बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पत्नी सविता कोविंद समेत परिवार के अन्य सदस्यों के साथ हरिद्वार से देहरादून रवाना हुए, लेकिन उनके पुत्र प्रशांत कोविंद छूट गए । जैसे ही पुलिस को इसका पता चला आनन-फानन उन्हें देहरादून रवाना किया गया । हरिद्वार के निकट मोतीचूर में प्रशांत काफिले में शामिल हो गए । दिव्य प्रेम सेवा मिशन में जब समारोह संपन्न होने के बाद महामहिम रामनाथ कोविंद का काफिला चलने लगा तो उनके पुत्र प्रशांत पीछे छूट गए । जब तक वे गाड़ी में बैठने के लिए पहुंचे तो सभी गाड़ियां निकल चुकी थी । हड़बडाए प्रशांत सुरक्षा में तैनात आईपीएस केवल खुराना और सीओ कनखल जेपी जुयाल को अपने पीछे छुटने की जानकारी दी । इस पर दोनों अधिकारियों ने बाद में अलग से गाड़ी की व्यवस्था कर उन्हें भिजवाने की व्यवस्था कराई । दरअसल दिव्य प्रेम सेवा मिशन में आयोजित कार्यक्रम के समापन के बाद राष्ट्रपति और उनका परिवार वहां बने वॉशरूम में फ्रेश होने गए। इसी बीच राष्ट्रपति का काफिला राजभवन देहरादून के लिए रवाना हो गया। काफिला रवाना होने के कुछ देर बाद ही प्रशांत वॉशरूम से बाहर निकले । परिवार के सदस्यों को न पाकर वे पुलिसकर्मियों के पास पहुंचे और खुद का परिचय दिया। यह सुनते ही पुलिस में हड़कंप मच गया। आनन फानन इसकी जानकारी काफिले में शामिल अफसरों तक पहुंचाई गई। काफिले को मोतीचूर के पास रोका गया । इस बीच हरिद्वार के एसपी ग्रामीण मणिकांत मिश्र ने प्रशांत को अपने वाहन से काफिले तक पहुंचाया। तब जाकर पुलिसकर्मियों ने राहत की सांस ली। एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने बताया वॉशरूम में अधिक देर तक रहने से उनके पुत्र पीछे छूट गए ।