डीजल खपत में कमी, हरित ऊर्जा से लाखों की बचत
झाँसी, 03.10.2025। झाँसी रेल मंडल ने पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास के मार्ग पर अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए डीजल खपत कमी दर्ज की है। यह कमी न केवल आर्थिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी एक सकारात्मक कदम है।
मंडल द्वारा वित्तीय वर्ष 2025-26 के सितंबर माह में डीजल की कम खपत से 91.48 लाख रुपये का राजस्व बचाया गया। उल्लेखनीय है कि अप्रैल 2025 से सितंबर 2025 के बीच, डीजल की बचत के माध्यम से मंडल ने कुल 6.14 करोड़ रुपये की बचत हासिल की है। यह उपलब्धि डीजल की जगह बिजली और हरित ऊर्जा के अधिकतम उपयोग, उन्नत तकनीक और उचित प्रबंधन के माध्यम से संभव हो पाई है। डीजल खपत में कमी का सबसे बड़ा लाभ पर्यावरण को हुआ है। डीजल का कम उपयोग सीधे तौर पर कार्बन उत्सर्जन को घटाता है, जो वातावरण को स्वच्छ और हरित बनाए रखने में मदद करता है। इससे न केवल स्थानीय पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है, बल्कि ग्लोबल वार्मिंग की रोकथाम में भी योगदान मिला है।
झाँसी रेल मंडल ने हरित और सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए कई ठोस कदम उठाए हैं। मंडल के विभिन्न स्थानों पर स्थापित सौर ऊर्जा प्लेटों ने अगस्त माह में 47,440 यूनिट बिजली का उत्पादन किया, जिससे बिजली खर्च पर 1.51 लाख रुपये की बचत हुई। यह पहल न केवल मंडल की ऊर्जा दक्षता को बढ़ा रही है, बल्कि ऊर्जा की लागत को कम कर सतत और स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग को भी प्रोत्साहित कर रही है।
मंडल रेल प्रबंधक श्री अनिरुद्ध कुमार ने कहा की झाँसी रेल मंडल सतत विकास और पर्यावरण संरक्षण के पथ पर लगातार अग्रसर है। हम डीजल की खपत घटाने के साथ-साथ सौर ऊर्जा उत्पादन और हरित तकनीकों को अपनाने के प्रयास कर रहे हैं। आने वाले समय में हम इस दिशा में और तेजी से कार्य करेंगे और ऊर्जा दक्षता तथा पर्यावरण संरक्षण के नए मानक स्थापित करेंगे। आने वाले वित्तीय वर्षों में डीजल खपत में और कमी, हरित ऊर्जा परियोजनाओं का विस्तार और ऊर्जा दक्षता सुधार के लिए नए उपाय लागू किए जाएंगे। यह कदम न केवल आर्थिक लाभ देगा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास के लक्ष्यों को भी प्राप्त करने में सहायक होगा।
ग्वालियर स्थित रेल स्प्रिंग कारखाना सिथौली ने सितम्बर 2025 में 12,088 स्प्रिंगों का निर्माण कर अब तक का सर्वाधिक मासिक उत्पादन दर्ज किया है। यह उपलब्धि रेलवे बोर्ड द्वारा निर्धारित वार्षिक लक्ष्य 1,05,750 स्प्रिंगों (मासिक औसत 8,813) के सापेक्ष एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
इस उल्लेखनीय निष्पादन में ICF एवं LHB टाइप स्प्रिंगों का उत्पादन निम्नानुसार रहा: B01 – 3,672 स्प्रिंगें, F04 – 1,525 स्प्रिंगें तथा F06 – 6,891 स्प्रिंगें। यह संख्या अगस्त 2025 के उत्पादन (9,500 स्प्रिंगें) से लगभग 27% अधिक तथा पिछले वर्ष के सितम्बर माह (6,800 स्प्रिंगें) से लगभग 77% अधिक है। इससे पूर्व जुलाई 2025 में 10,300 स्प्रिंगों का रिकॉर्ड उत्पादन किया गया था।
यह ऐतिहासिक उपलब्धि उत्तर मध्य रेलवे के प्रधान मुख्य यांत्रिक इंजीनियर (PCME) श्री सुनील कुमार भारती एवं मुख्य कारखाना इंजीनियर (CWE) श्री रजनीश बंसल के कुशल मार्गदर्शन तथा रेल स्प्रिंग कारखाने के अधिकारी व कर्मठ कर्मचारियों के सामूहिक प्रयासों से संभव हो सकी है। उत्पादन वृद्धि हेतु सभी मशीनों का निष्पादन पूर्व सूचना व सुनियोजित योजना के अनुसार किया गया, शिफ्ट परिवर्तन एवं साप्ताहिक अवकाश के पश्चात उत्पादन कार्य समय पर प्रारंभ हो इसके लिए पूर्वतैयारी सुनिश्चित की गई, प्रशासनिक स्टाफ को एडमिन बिल्डिंग से शेड में स्थानांतरित किया गया, आउटसोर्स स्टाफ का नियोजन किया गया तथा सभी विभागों के सहयोग से सामूहिक समन्वय स्थापित किया गया।
इस उपलब्धि में मुख्य कारखाना प्रबंधक शिवाजी कदम, उप मुख्य यांत्रिक इंजीनियर भानु प्रताप सिंह, उप मुख्य इंजीनियर बालकृष्ण वर्मा, उप मुख्य विद्युत इंजीनियर नितिन कुमार गुप्ता, सहायक कारखाना लेखा अधिकारी सुबोध कुमार जैन, सहायक कार्य प्रबंधक धनंजय राहलकर, सहायक रसायनज्ञ एवं धातुकर्मी रमेश कुमार हनोते, सहायक कार्मिक अधिकारी सुशील कुमार गुप्ता तथा सहायक सामग्री प्रबंधक किरोड़ी लाल मीना की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
यह उपलब्धि न केवल उत्पादन क्षमता को दर्शाती है, बल्कि इससे प्रति स्प्रिंग लागत में कमी तथा ईंधन खपत में भी सुधार हुआ है। रेल स्प्रिंग कारखाने की यह प्रगति रेलवे की आत्मनिर्भरता और गुणवत्ता उत्पादन की दिशा में एक बड़ा कदम है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” अभियान का शुभारंभ माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिनांक 17 सितंबर 2025 को वर्चुअल माध्यम से किया गया। यह विशेष स्वास्थ्य अभियान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक पूरे देश में संचालित किया गया, जिसके अंतर्गत प्रतिदिन महिलाओं के लिए विशेष स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया गया।
मंडल रेल चिकित्सालय, झाँसी में भव्य शुभारंभ
माननीय प्रधानमंत्री के वर्चुअल उद्घाटन के साथ मंडल रेल चिकित्सालय, झाँसी में इस कार्यक्रम की शुरुआत मंडल रेल प्रबंधक श्री अनिरुद्ध कुमार के निर्देशन में तथा मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. कुलदीप स्वरूप मिश्रा एवं अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (प्रशासन) डॉ. महेंद्र सिंह यादव के नेतृत्व में की गई।
महिलाओं एवं बालिकाओं के लिए समर्पित स्वास्थ्य सेवाएँ
दिनांक 18 सितंबर से 2 अक्टूबर तक प्रतिदिन महिलाओं एवं बालिकाओं के लिए स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया गया, जिसमें निम्नलिखित स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान की गईं:
1.गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जांच एवं परामर्श
2.ब्रेस्ट कैंसर एवं सर्वाइकल कैंसर की प्रारंभिक जांच
3.मासिक धर्म से जुड़ी स्वास्थ्य जानकारी
4.एनीमिया की जांच एवं पोषण संबंधी परामर्श
5.मधुमेह एवं उच्च रक्तचाप की जांच
6.नेत्र, नाक, कान, गला एवं दंत जांच
7.स्वास्थ्य शिक्षा एवं जागरूकता सत्र
8.बच्चों के लिए टीकाकरण एवं पोषण संबंधी जानकारी
ग्वालियर हेल्थ यूनिट में भी आयोजन
ग्वालियर हेल्थ यूनिट में भी इस अभियान के अंतर्गत स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें महिलाओं एवं बालिकाओं के लिए उपर्युक्त सभी जांच एवं स्वास्थ्य परामर्श उपलब्ध कराए गए।
लगभग 900 महिलाओं को मिला लाभ
इस अभियान के अंतर्गत मंडल रेल चिकित्सालय झाँसी एवं ग्वालियर हेल्थ यूनिट में आयोजित शिविरों से लगभग 900 महिलाओं ने लाभ उठाया। महिलाओं ने इस पहल की सराहना की एवं नियमित स्वास्थ्य जांच की आवश्यकता को समझा।
कार्यक्रम की सफलता में चिकित्सकीय टीम का योगदान
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में निम्नलिखित चिकित्सा एवं नर्सिंग स्टाफ का विशेष योगदान रहा:
डॉ. सुनीता तिर्की, डॉ. हिमांशु शर्मा, डॉ. रंजना, डॉ. राम्या, डॉ. शेख सुबहनि, डॉ. प्रगति, डॉ. विनीता, डॉ. प्रियंका साहू, डॉ. वेलमुरुगन, सहायक नर्सिंग ऑफिसर सुनीता अहमद, मुख्य नर्सिंग अधीक्षक गीता चौधरी, हेलन क्रूजर, दिव्या, अनेट, जगमोहन, तथा सहायिका बीना रावत, संतोषी, अवधेश एवं वसीम।
नारी का स्वास्थ्य है परिवार की जान,
स्वस्थ नारी से बने सशक्त समाज और पहचान।
“स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” अभियान के अंतर्गत किया गया यह प्रयास महिला स्वास्थ्य के प्रति एक जागरूक समाज की दिशा में सराहनीय कदम है, जो आने वाले समय में परिवार एवं समाज के समग्र विकास में सहायक सिद्ध होगा।