भूमि बहाली, मरुस्थलीकरण और सूखा लचीलापन की थीम के साथ रेंज पर मनाया गया विश्व पर्यावरण दिवस
पूँछ झाँसी साल दर साल सूरज की आग गर्मियों में एक ऊँचाई को छूकर नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है वर्तमान समय मे लोग सूरज की आँच में झुलस रहे है वही लोगो मे पर्यावरण दिवस का महत्व भी बढ़ रहा है 29 मई की तपन से लोग सिहर उठे थे उस दिन का तापमान देश का अभी तक का सबसे ज्यादा तापमान हो सकता है वही आवश्यकता है कि प्रत्येक मनुष्य को अपने जीवन मे कम से कम पांच पेड़ लगाना अनिवार्य है इसी क्रम में आज मोंठ रेंज में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया जिसमें बक्ताओ एवं अधिकारियों द्वारा बताया गया कि प्रकृति से ही मानव जीवन सम्भव है वही यह जरूरी है कि हम पेड़ पौधों जंगलों नदियों झीलों भूमि पहाड़ आदि के महत्व को समझे विश्व पर्यावरण दिवस मनाने का निर्णय 1972 में सयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा आयोजित विश्व पर्यावरण सम्मेलन में निर्णय लिया गया जिसके बाद 5 जून 1974 को पहला विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया वही मोंठ रेंज में डिप्टी रेंजर पद पर तैनात संदीप रविकुल की पुत्री भूमि रविकुल द्वारा आज अपने जन्मदिन के अवसर पर भाई मौलिक के साथ बृक्ष रोपित कर पर्यावरण को बचाने का संदेश दिया इस दौरान मुख्य रूप से आरती शुक्ला क्षेत्रीय वन अधिकारी, संदीप रविकुल उप क्षेत्रीय वन अधिकारी, रामाश्रय उप क्षेत्रीय वन अधिकारी, जयराम वनरक्षक,आशीष वनरक्षक,विनोद कुमार प्रधानाध्यापक आदर्श इंटर कॉलेज अजय कुमार देवी दयाल समाजसेवी सहित बृजेंद्र विभोर लोकेंद्र रामकिशोर हरिश्चंद्र राम शंकर दयाराम नितेश सुदेश आदि सैकड़ो की संख्या में जन सामान्य उपस्थित रहा।