*महंगाई एवं बेरोजगारी ने तोड़ी गरीब जनता की कमर बुंदेलखंड के लोग पलायन करने को मजबूर।।*
रिपोर्ट,कृष्ण कुमार
गरौठा झांसी।। लॉकडाउन में आर्थिक नुकसान झेल चुके मजदूर वर्ग के लोगों एवं बेरोजगारों पर अब चारों तरफ से महंगाई की मार पड़ रही है। इसके पहले लगातार डीजल पेट्रोल की बढ़ती कीमतों ने लोगों का तेल निकाला। वहीं अब तेजी से बढ़ रहे सब्जियों के दाम ने भी खाने का स्वाद और बजट दोनों ही बिगाड़ कर रख दिए हैं। सब्जियों के दाम बढ़ने से गरीब तबके के लोगों के लिए अब नई मुसीबत खड़ी हो गई है दिनों दिन सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। ₹10 किलो बिकने वाला आलू आज ₹30 किलो बिक रहा है ₹10 किलो बिकने वाली लौकी, तोरई ₹40 किलो बिक रही है 20 रुपये बिकने वाला टमाटर भी ₹50 किलो गोभी ₹80 से ₹100 किलो तक बिक रहा है। इसी के साथ साथ प्याज भी अब लोगों को रुलाने लगी है। बढ़ती हुई महंगाई ने आम जनता की कमर तोड़ दी है सब्जियों के दाम भी आसमान छूने लगे हैं। सब्जियां महंगी होने की वजह से लोगों की रसोई का जायका ही बदल गया है। बढ़ी कीमतों के कारण गरीब तबके के लोगों की थालियों से सलाद तो दूर सब्जियां भी नदारद हो रही हैं। महिलाओं का कहना है कि कुछ दिनों से सब्जियों की कीमतों में काफी तेजी आई है जिस कारण गरीब लोगों ने सब्जियां खाना ही बंद कर दिया है। इससे पहले इन दिनों सब्जियों के दाम काफी कम हुआ करते थे। लेकिन इस बार सब्जियों के दाम कम होने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। वहीं बुंदेलखंड के लोग बेरोजगारी की वजह से अपना गांव छोड़कर अन्य शहरों की ओर पलायन करने को मजबूर हो गए हैं।