नगर पंचायत के पास नहीं है कोई प्रपत्र, अंधेरे में मार रही है नपं तीर कुछ ऐसा बोले जिला पंचायत सदस्य दीपेन्द्र यादव : झाँसी दर्शन डेस्क से धीरेन्द्र रायकवार की रिपोर्ट
मोंठ/झाँसी – कस्बा व थाना मोठ से चंद कदमों की दूरी पर बनी जिला पंचायत सदस्य दीपेन्द्र यादव की बनी दुकानों को लेकर मनीष सौजना ने कोर्ट में मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें हाई कोर्ट द्वारा नगर पंचायत मोंठ को निस्तारण करने के आदेश दिए गए थे। ना कि दुकानें तोड़ने का आदेश दिया गया था। जिसमें जिलाधिकारी कर्ण सिंह चौहान के आदेशानुसार नियमित टाइम के बाद दुकानों को तोड़ने की प्रक्रिया करने आए नगर पालिका के कर्मचारियों ने दुकान तोड़ना शुरु कर दिया। जिसकी जानकारी दुकान मालिक जिला पंचायत सदस्य दीपेन्द्र यादव को मिलते ही वह मौके पर पहुंचे। उन्होंने यह भी कहा हे कि अगर मैं किसी भी प्रकार का अवैध कब्जा किए हूं तो नगर पंचायत अपने नक्शा या प्रपत्र लेकर आए और साबित करें कि यहां पर नाला था। वहीँ इस पूरे मामले पर उनका यह भी कहना है कि यह नगर पंचायत की कोई जमीन नहीं है. जिला पंचायत सदस्य ने नगर पंचायत के कर्मचारियों पर यह भी आरोप लगाया है कि उन्हें विना नोटिस दिए उनकी दुकाने तोड़ी जा रही है। जब उनसे इस पूरे मामले के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा की तहसील के पास मेरी कई साल पुरानी दुकाने है। सत्ताधारी नेता के इसारों पर मेरी दुकानें तोड़ी जा रही है। जब इसकी जानकारी नगर पंचयात से ली गई तो उन्होंने अपनी सफाई देते हुए हाईकोर्ट का आदेश बताने लगे। जब इस सम्वन्ध में नगर पंचयात की अधिशाषी अधिकारी गुंजन गुप्ता से बातचीत की तो उन्होंने कहा इन दुकानों के नीचे नगर पंचायत का नाला बना हुआ है। इसलिए नाला निकालने के लिए कुछ हिस्सा हटाया जा रहा है। जबकी नगर पंचयात के पास इसका कोई नक्सा नहीं है। जब नक्से की जानकारी ली गई तो नगर पंचयात के बाबू ने बताया पूर्व में नगर पंचयात के तस्ताबेज चोरी हो गये थे। नगर पंचयात की अधिशाषी अधिकारी का कहना है की हाईकोर्ट का फैसला है। इसके आदेश पर नाला निकाला जा रहा है। वहीँ दूसरी ओर पीड़ित दीपेन्द्र यादव का कहना है की सत्ता पक्ष के लोगो की सह पर मुझे बेबजह परेशान किया जा रहा है। अपने क्षेत्र के आसपास की खबरें देखने व पढ़ने के लिए देखते रहिए झांसी दर्शन डेस्क से धीरेन्द्र रायकवार की रिपोर्ट ।