*राष्ट्रीय रैबीज नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत मनाया गया विश्व रैबीज दिवस।*
*सरस्वती बालिका इन्टर काॅलेज में हुई निबन्ध प्रतियोगिता तथा जागरूकता गोष्ठी।*
*रैबीज रोग का नही है इलाज, 100 प्रतिशत मृत्यु दर – सीएमओ*
*कुत्ते, बिल्ली, बंदर व जंगली जानवरो के काटने से होता है रैबीज रोग – डॉ उत्सव राज*
*कुत्ता काटने के बाद इंजेक्शन लगवाना है जरूरी– डॉ रमाकांत स्वर्णकार*
झांसी : मुख्य चिकित्सा अधिकारी झांसी डा0 सुधाकर पाण्डेय के निर्देशन में राष्ट्रीय रैबीज नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद झांसी में विश्व रैबीज दिवस मनाया गया। इसी क्रम में स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा सरस्वती बालिका इन्टर काॅलेज दतिया गेट झांसी में कक्षा 11-12 के विद्यार्थियों के बीच निबन्ध प्रतियोगिता करायी गयी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी झांसी डॉ सुधाकर पांडेय की अध्यक्षता में जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में चर्चा करते हुए डा0 रमाकान्त स्वर्णकार ने बताया कि दिनांक 28 सितम्बर को प्रतिवर्ष विश्व रैबीज दिवस मनाया जाता है। रैबीज रोग के विषय में लोगों को जागरूक करने, बचाव एवं रोकथाम के तरीकों की जानकारी जन सामान्य तक पहुंचाने के लिए बच्चे बहुत अच्छा माध्यम होते हैं। अतः भारत सरकार द्वारा निर्देश दिये गये कि विद्यालय में प्रतियोगिता, हैल्थ टाॅक आदि कार्यक्रम आयोजित कर छात्र छात्राओं के माध्यम जागरूकता लायी जाए।
पब्लिक हैल्थ स्पेशलिस्ट डा0 उत्सव राज ने रैबीज रोग, लक्षण, कारण एवं बचाव पर प्रकाश डालते हुए बताया कि कुत्ते बिल्ली, बन्दर व जंगली जानवरों के काटने से रैबीज रोग होता है। कुत्ते में यदि रैबीज वायरस है तो जिस व्यक्ति को कुत्ते ने काटा है उसे रैबीज हो जाता है। रैबीज रोग का कोई इलाज नहीं हे एवं मृत्यु दर 100 प्रतिशत है। कुत्ता काटने के बाद शीघ्र अतिशीघ्र इंजेक्शन लगवाना जरूरी है। यह इंजेक्शन कुत्ता काटने के 0 दिन, 3 दिन, 7 दिन एवं 28 वें दिन लगाये जाते हैं।
डा0 विजयश्री शुक्ला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी ने बताया कि रैबीज रोग का इलाज न होने तथा 100 प्रतिशत मृत्यु दर होने के कारण रैबीज रोग के प्रति लोगों की जागरूकता अत्यन्त आवश्यक है। यदि कुत्ता काट ले तो काटे गये स्थान/घाव को साबुन और बहते पानी से 15 मिनट तक धोना चाहिए। घाव पर मिर्च, सरसों का तेल इत्यादि अन्य कोई पदार्थ नहीं लगाना चाहिए। शीघ्र अतिशीघ्र चिकित्सालय जाकर इंजेक्शन लगवाना चाहिए तथा चिकित्सक द्वारा बताये गये निर्धारित शेड्यूल के अनुसार पूरे इंजेक्शन लगवाने चाहिए।
सरस्वती बालिका इन्टर काॅलेज दतिया गेट झांसी में कक्षा 11-12 के विद्यार्थियों के बीच आयोजित निबन्ध प्रतियोगिता में कु0 मिनी साहू प्रथम, कु0 कशिश पाल द्वितीय, कु0 नंदिनी मौर्य तृतीय एवं कु0 स्नेहा जोशी को सांत्वना पुरूस्कार प्रदान किया गया।
इस अवसर पर नोडल अधिकारी डॉ रमाकांत स्वर्णकार, पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डॉ उत्सव राज, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डॉ विजयश्री शुक्ला, चिकित्सा अधिकारी डॉ सतीश चन्द्रा, प्रधानाचार्या सरस्वती बालिका इन्टर काॅलेज दतिया गेट झांसी सुश्री कल्पना सिंह, योतेश सेजवार, दिलीप कुमार सहित विद्यालय की शिक्षिकाएं व स्टाफ आदि उपस्थित रहे।



