गांधी जी, शास्त्री जी के आदर्शों को अपने जीवन में अंगीकार करने की आवश्यकता है: मण्डलायुक्त
आधी आबादी को विकास की मुख्य धारा में सम्मिलित कर सशक्त, स्वावलंबी बनाएं
झाँसी: मण्डलायुक्त डॉ अजय शंकर पाण्डेय ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती के शुभ अवसर पर कमिश्नरी सभागार में दोनों महापुरुषों के चित्र का अनावरण कर हल्दी चंदन का तिलक लगाकर माल्यार्पण किया।
मण्डलायुक्त ने आयोजित संगोष्ठी में गांधी जी व शास्त्री जी की जयंती पर बधाई देते हुए कहा कि दोनों महापुरुषों के आदर्शों पर चलने का प्रयास करना चाहिए। महात्मा गांधी जी का स्वाधीनता संग्राम में बहुत बड़ा योगदान रहा। गांधी जी का देश के लिए राजनीति के साथ साथ उनका सामाजिक योगदान भूल नहीं सकते।
गांधी जी ने समाज के लिए चार विशेष कार्य किये, जिसमें सामाजिक जीवन में शांति अमन, दलितोद्धार, महिला सम्मान, मद्यनिषेध प्रमुख हैं।जिसके लिए देश व प्रदेश सरकार उपेक्षित, वंचित लोगों के लिए जनकल्याणकारी योजनाएं, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, आवास योजना सहित विभिन्न योजनाएं संचालित हो रही हैं। सरकार द्वारा मिशन शक्ति कार्यक्रम का उद्देश्य है कि हम आधी आबादी को विकास की मुख्य धारा में सम्मिलित करें, उनके कल्याण हेतु चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जागरूक करें, जिससे वह सशक्तिकरण, स्वावलंबी बनें। उन्होंने कहा कि नशे की गम्भीर समस्या से समाज को सतर्क, मद्यनिषेध कराना सम्मिलित है।
उन्होंने कहा कि हम सब सरकारी तंत्र में कार्य करने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों पर भारतीय संविधान के आदर्शों को अंगीकार करने की बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है, आज संकल्प लेना है कि देश की प्रगति में सत्य, अहिंसा के मूल्यों को आत्मसात करेंगे।
मण्डलायुक्त ने महात्मा गांधी जी के विचारों से अवगत कराते हुए कहा कि सरकारी कार्यों के निष्पादन, निर्णय लेने में कोई दुविधा हो रही है तो उस फाइल पर हस्ताक्षर करने से पहले यह विचार करें कि आपके निर्णय से समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति अर्थात भूखे गरीब लाचार व्यक्ति को क्या लाभ मिलेगा, जब इस पर मनन करके कार्य करेंगे तो यह गांधी जी के आदर्शों पर चलने की सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
मण्डलायुक्त ने कहा कि सभी अधिकारी, कर्मचारी पूरे मनोयोग से अपने दायित्वां का निर्वहन करें। सभी अपने पटल पर आत्मविश्वास, के साथ कार्य करें। उन्होंने अपने पटल को सत्य, अहिंसा, पारदर्शिता मूल्यों से बंधा हुआ समझकर कार्य करने की अपेक्षा की। उन्होंने यह भी कहा कि जानबूझकर गलती करना अपने पटल के प्रति कर्तव्यों की लापरवाही मानी जायेगी। उन्होंने कहा कि यदि हम अपने पटल के प्रति ईमानदारी, पारदर्शिता, स्वच्छता, निष्पक्षता ठान ले तो पूरे कार्यालय में विशेष परिवर्तन दिखाई देगा।
इस अवसर पर बुन्देली लोकगीत कलाकारों द्वारा गांधी जी के प्रिय भजन “रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीताराम” तथा “दे दी हमें आजादी बिना खड़ग, बिना ढाल, साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल” कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई।
कार्यक्रम में अपर आयुक्त प्रशासन प्रमिल कुमार सिंह सहित कमिश्नरी के सभी अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित रहे।