समथर( झांसी ):-समथर थाना क्षेत्र के ग्राम खूजा में मध्यप्रदेश से आए मौसिया ससुराल में आए युवक को उस समय भारी पड़ गया जब वह मुहल्ला में दूसरी रिश्तेदारी में मिले ग्राम में ही गया तभी एका एक आबकारी निरीक्षक की टीम ने छापा मारते हुए उसी (रिश्तेदार जो मौसियां ससुराल में आया था)बाहर खड़े युवक को पकड़ लिया। जब युवक को मालूम हुआ कि आबकारी अधिकारी ने पकड़ा तभी युवक के द्वारा बताया गया कि रिश्तेदारी में आया हूं। मेरा शराब से कोई लेना देना नहीं है फिर भी आबकारी निरीक्षक संजय सिंह के द्वारा कार्यवाही कर दी। जिससे ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया।
पूरा मामला——–
समथर के निकटवर्ती ग्राम खूजा में आबकारी निरीक्षक के नेतृत्व में अवैध रूप से शराब की बिक्री हो रही थी। आबकारी विभाग ने अवैध शराब बिक्री पर की छापेमार कार्रवाई में एक मुख्य आरोपी को छोडा और मौसिया ससुराल में आये रिश्तेदार सुनील कुमार निवासी ग्राम कटरा जिला दतिया मध्य प्रदेश पर आबकारी की टीम ने आबकारी शराब अधिनियम धारा 60 के अंतर्गत कार्यवाही कर दी।
चर्चा का विषय bjp के लोगो के द्वारा विकबाई जा रही है शराब, इसलिए शराब माफियाओ पर कार्यवाही न करके रिश्तदार पर की कार्यवाही कर आबकारी विभाग के अधिकारियों के द्वारा लूटी जा रही है वाहवाही।
ग्रामीणों के द्वारा बताया जा रहा है कि ग्राम खूजा में bjp के लोगो के द्वारा अवैध शराब की बिक्री की जाती है। जिससे माहौल खराब बना हुआ है।
उत्तरप्रदेश सरकार के द्वारा शाक्त निर्देशो के बाबजूद भी आबकारी विभाग के अधिकारियों के द्वारा आदेशों को पलीता लगाने का काम किया जा रहा है। शराब माफिया को संरक्षण दे रहा है आबकारी विभाग, जहां शराब माफियाओं पर कार्रवाई करने की बजह आबकारी विभाग के संरक्षण में ही शराब बेची जा रही है। शराब माफिया पर कार्यवाही न कर निर्दोषों पर कार्यवाही करके वाहवाही लूटने का काम करती हैं। और अपनी खानापूर्ति कर निर्दोष लोगों पर कार्रवाई करके अपनी औपचारिकता पूरी कर दी जाती है।
पहले भी हुई थी कार्यवाही इस प्रकार पकड़ कर छोड़ दिया जाता है—–
बता दें कि आबकारी विभाग के अधिकारियों ने करीब 6 माह पूर्व इसी प्रकार की अवैध शराब बिक्री करने पर ग्राम लोहागढ़ में अवैध शaराब पकड़ी थीं। जहां शराब की पेटी पकड़ी गई थी। जिसकी वीडियोग्राफी कर कार्रवाई की थी। लेकिन 7/8 घंटे की माथापच्ची आबकारी अधिकारियों के बीच चलती रही देर रात्रि लेनदेन कर मामला दर्ज नहीं हुआ था। और सेल्समैन को छोड़ दिया गया था। वह भी चर्चा का बिषय बना रहा था कि अवैध शराब की बिक्री करने बाले सेल्समैन को पकड़ कर छोड़ दिया था। यह चर्चा ग्रामीणों में कई दिनों तक चलती रही थी।
यह लगे आरोप—–
ग्रामीणों का आरोप है कि आबकारी विभाग के संरक्षण में अवैध शराब खुलेआम बिकबाई जा रही है। इन सब के बदले आबकारी विभाग को मोटी रकम मिलती है। जिससे उन पर मेहरबानी करते हैं और अपनी खानापूर्ती करने पर निर्दोषों पर कारवाई कर देते हैं।