श्रीदेवी दुबई में थीं जहां उनकी हृदय-गति रुक जाने (कार्डिएक अरेस्ट) की वजह से उनका अचानक निधन हो गया। श्रीदेवी 55 वर्ष की थीं। उन्हें हिंदी फिल्मों की पहली फीमेल सुपरस्टार भी कहा जाता है। साल 2013 में उन्हें पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी श्रीदेवी के निधन पर दुख जताया है। वह बोनी कपूर के भांजे मोहित मारवाह की शादी में शामिल होने के लिए परिवार समेत दुबई में थीं। बताया जा रहा है कि उनका पार्थिव शरीर दोपहर 2 बजे तक मुंबई लाया जा सकता है।
ऐसा रहा बॉलिवुड की ‘चांदनी’ का सफर
बॉलिवुड की ‘चांदनी’ के नाम से मशहूर श्रीदेवी ने अपने करियर की शुरुआत 1978 में आई फिल्म ‘सोलवां सावन’ से की थी, लेकिन बॉलिवुड में उनको पहली सफलता पांच साल बाद फिल्म ‘हिम्मतवाला’ से मिली। इस फिल्म में जितेंद्र ने लीड एक्टर के तौर पर काम किया था। उन्होंने बतौर बाल कलाकर तमिल फिल्म ‘कंदन करुनई’ में भी अभिनय किया था। उस समय उनकी उम्र महज 4 वर्ष थी।
इसके बाद फिल्म ‘मवाली (1983)’, ‘तोहफा (1984)’, ‘मिस्टर इंडिया (1987)’ और ‘चांदनी (1989)’ जैसी जबरदस्त फिल्मों से श्रीदेवी देशभर के लोगों दिलों पर राज करने लगीं। श्रीदेवी ने ‘सदमा (1983)’, ‘चालबाज (1989)’, ‘लम्हे (1991)’, और ‘गुमराह (1993)’ जैसी फिल्मों से उन्होंने दुनिया को अपनी ऐक्टिंग का लोहा मनवाने पर मजबूर कर दिया।
इसके बाद 2012 में आई ‘इंग्लिश विंग्लिश’ को उनकी कमबैक फिल्म माना जाता है। पिछले साल आई फिल्म ‘मॉम’ में उनके काम की काफी तारीफ हुई थी। इस फिल्म में नवाजुद्दीन सिद्दीकी और अक्षय खन्ना भी थे। सूत्रों का कहना है कि शाहरुख खान की आने वाली फिल्म ‘जीरो’ में भी उन्होंने मेहमान कलाकार के तौर पर काम किया है।
जिस समय वह बॉलिवुड में अपने कदम जमा रहीं थीं, उस दौरान उनके काम की धमक दक्षिण भारतीय फिल्मों में भी होने लगी थी। श्रीदेवी ने हिंदी और तमिल फिल्मों के अलावा मलयालम, तेलुगु और कन्नड़ फिल्मों में भी काम किया है।
फिल्म जगत में शोक की लहर
हालांकि, थोड़ी देर बाद बॉलिवुड हस्तियों की ओर से श्रीदेवी को श्रद्धांजलि देने का सिलसिला भी शुरू हो गया। प्रियंका चोपड़ा ने ट्वीट किया है, ‘मेरे पास कोई शब्द नहीं है। श्रीदेवी को प्यार करनेवाले हर व्यक्ति के प्रति संवेदना। एक काला दिन। भगवान उनकी आत्मा को शांति दें।’ परिवार को ताकत दें ।’