नौनिहाल कुपोषित तो कमजोर होगी राष्ट्र की नींव
कुपोषण छोड़ पोषण की ओर, थामें क्षेत्रीय भोजन की डोर
राष्ट्रीय पोषण माह का शुभारंभ, गर्भवतियों की गोद भराई और नौनिहालों का हुआ अन्नप्राशन संस्कार
जनपद में किया गया राष्ट्रीय पोषण माह 2021 का शुभारंभ
सौ मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र स्थापित कर झांसी बना प्रदेश का पहला जनपद – सीडीओ
विकास भवन में मंगलवार को राष्ट्रीय पोषण माह का औपचारिक शुभारंभ किया गया। इस मौके पर लखनऊ से मा. राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा किए गए पोषण माह के शुभारंभ का लाइव टेलीकास्ट का प्रदर्शन किया गया। तीन गर्भवती की गोद भराई व तीन नौनिहाल बच्चों का अन्नप्राशन संस्कार संपन्न कराया गया।
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष, पवन कुमार गौतम ने कहा कि किसी भी राष्ट्र का निर्माण उसके नौनिहालों से होता है और अगर नौनिहाल कुपोषित हों तो राष्ट्र की नींव कमजोर हो जाएगी। इसलिए गर्भावस्था के समय से ही महिलाओं का खास ध्यान रखना चाहिए ताकि आगे चलकर स्वस्थ शिशु को जन्म दे सकें, जो आगे चलकर राष्ट्र की प्रगति का वाहक बने। उन्होंने कहा कि प्रसव पूर्व जांचें कराने में कोताही नहीं करनी चाहिए। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजन से किश्तों में मिलने वाली पांच हजार रुपए की धनराशि के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी।
नगर निगम के महापौर रामतीर्थ सिंघल ने कहा कि कुपोषण देश के लिए बड़ी समस्या है। केंद्र और राज्य सरकारों ने इसे जड़ से समाप्त करने की दिशा में काम करना शुरू किया है। पोषण माह इसी प्रयास का नतीजा है। साथ ही गर्भवती महिलाओं को चाहिए कि वह संतुलित पोषित आहार ले और गर्भावस्था में अच्छे साहित्य को जरूर पढे़।
मुख्य विकास अधिकारी शैलेष कुमार ने बताया कि जनपद में सौ मॉडल आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थापना की गई है। जिसकी वजह से झांसी प्रदेश का पहला जनपद बन चुका है जो सरकारी प्रयासों से इतर इस तरह के केंद्र तैयार करने में सफल हुआ है। इन केंद्रों में वॉल पेंटिंग, साज-सज्जा के साथ ही सभी बच्चों के लिए चाइल्ड फ्रेंडली फर्नीचर की उपलब्धता है। बच्चों को इन केंद्रों में अच्छा माहौल मिलता है। पीपीटी माडल के माध्यम से उन्होने मॉडल आगनवाड़ी केंद्र स्थापित करने के लिए किए गए प्रयासों के बारें में बिंदुवार जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि जनपद में 37 केंद्रों में पोषण वाटिका तैयार की जा चुकी है और 167 केंद्रों में इसे और तैयार कराया जाना है। पोषण वाटिका भी कुपोषण से लड़ाई में अहम हथियार है। कुपोषण का शिकार बच्चों के घर के अंदर या बाहर यदि जगह होती है तो पोषण वाटिका लगवाई जाती है ताकि यहां से उत्पन्न होने वाली खाद और केमिकल मुक्त हरी सब्जियां व फल खाकर बच्चों का कुपोषण दूर किया जा सके और गर्भवतियों को भी उचित पोषण मिल सके।
विकास भवन सभागार में आयोजित कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम विभाग द्वारा स्टॉल लगाएं गए, स्टॉल में विभिन्न प्रकार के पोषण युक्त खाद्य पदार्थों को प्रदर्शित किया गया। प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए विधायक सदर रवि शर्मा व विधायक गरौठा जवाहर लाल राजपूत ने प्रशंसा करते हुए कहा कि जनपद के समस्त आंगनवाड़ी केंद्रों में इस तरह के पोषण युक्त खाद्य पदार्थों का वितरण किया जाए। नए-नए प्रकार के व्यंजन बनाते हुए बच्चों को पोषण युक्त खाने के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने जनपद में कायाकल्प के माध्यम से आंगनवाड़ी केंद्रों के कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि नौनिहालों को केंद्रों पर एक सृजनात्मक वातावरण मिलेगा जिससे उन्हें नई नई चीजों को सीखने में तथा खेल के माध्यम से बेहतर स्वास्थ्य भी प्राप्त होगा।
कार्यक्रम में श्रीमती वर्षा पत्नी अभिषेक कुशवाहा, प्रिया पत्नी रंजीत प्रजापति और ममता पत्नी रामदीन रायकवार की गोद भराई की गई। जबकि नायरा पुत्री महेश, कृतिका पुत्री अर्जुन और चिराग पुत्र हरीशंकर का अन्नप्राशन कार्यक्रम संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में सदर विधायक रवि शर्मा, गरौठा विधायक जवाहर लाल राजपूत, जिला कार्यक्रम अधिकारी नरेंद्र सिंह सहित जिला स्तरीय अधिकारी व अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे ।