योजना का उद्देश्य: अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत, ओरछा रेलवे स्टेशन को विकसित किया गया है, इससे यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं मिल सकेंगी ।
प्रमुख विशेषताएं:
1. स्टेशन फसाड: आकर्षक और आधुनिक डिज़ाइन के साथ स्टेशन अध्यात्म और संस्कृति का अनूठा संगम है। ओरछा मंदिर के तर्ज पर स्टेशन को डिजाइन किया गया है। रामराजा सरकार और हनुमान जी की मूर्ति भी स्थापित की गई है।
2. सर्कुलेटिंग एरिया: यात्रियों की सुविधा और सुगम आवागमन के लिए सर्कुलेटिंग एरिया का विस्तार किया गया है। साइकिल और अन्य गाड़ियों के लिए अलग पार्किंग स्थल।
3. टिकट काउंटर: आधुनिक और सुविधाजनक टिकट काउंटर से यात्रियों को टिकट खरीदने में आसानी होगी। एटीवीएम की सुविधा उपलब्ध।
4. यात्री प्रतीक्षालय: यात्रियों के लिए आधुनिक और आरामदायक बनाया प्रतीक्षालय बनाया गया है, यात्री यहाँ आराम से बैठकर अपने ट्रेन का इंतजार कर सकते हैं।
5. स्टेशन भवन: नवीनीकृत स्टेशन भवन आधुनिक और आकर्षक बनाया गया है, यह यात्रियों को एक सुखद अनुभव प्रदान करेगा।
6. फुट ओवर ब्रिज: सुरक्षित और सुविधाजनक आवागमन के लिए एफओबी को 03 मीटर चौड़ा बनाया गया है जिससे यात्री एक प्लेटफ़ॉर्म से दूसरे प्लेटफ़ॉर्म पर आसानी से जा सकते हैं।
7. कवर शेड्स: यात्रियों को बारिश एवं धूप से सुरक्षा देने के लिए सुंदर, आकर्षक और आरामदायक मिनी कवर शेड्स लगाए गए है।
8. स्टेशन कॉरिडोर: यात्रियों के आवागमन को स्टेशन पर सुविधाजनक बनाने के लिए स्टेशन कॉरिडोर को विस्तारित किया गया है।
9. दिव्यांगजन सुविधाएं: दिव्यांगजनों के लिए शौचालय और रैंप बनाए गए हैं।
विकसित ओरछा रेलवे स्टेशन यात्रियों को आधुनिकता और विकास का नया अनुभव प्रदान करेगा। यह स्टेशन न केवल यात्रियों की जरूरतों को पूरा करेगा, बल्कि शहर के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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संरक्षा क्षेत्र में उत्कृष्ठ सेवाओं के लिए मंडल रेल प्रबंधक द्वारा पुरस्कार प्रदान
आज दिनांक 19.05.2025 को मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा द्वारा संरक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों को “संरक्षा पुरस्कार” प्रदान किए गए। यह पुरस्कार असामान्य परिस्थितियों में सतर्कता और तत्परता से कार्य करते हुए संभावित दुर्घटनाओं को टालने में सफल रहे कर्मचारियों को उनकी सेवा भावना एवं सजगता के लिए प्रदान किए गए हैं। प्रत्येक कर्मचारी को ₹1000/- की नकद राशि एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
पुरस्कृत कर्मचारियों के नाम इस प्रकार हैं:
1. रोशन लाल मीना, लोको पायलट गुड्स (आई.डी. क्र. 1453) / झाँसी
2. रविश कुमार शर्मा, ट्रेन मैनेजर / झाँसी
3. बुद्ध सागर शर्मा, वरिष्ठ ट्रेन मैनेजर (गुड्स) / झाँसी
4. नितिन अहिरवार, कांटेवाला / आगासोद
5. संतोष कुशवाहा, कांटेवाला / मोहासा
6. जितेंद्र कुमार, कटवांला / ‘ए’ रसूलपुरगोगामऊ
7. भगवन सिंह मीना, वरिष्ठ ट्रेन मैनेजर (गुड्स) / झाँसी
8. नरेन्द्र सिंह यादव, ट्रेन मैनेजर (गुड्स) / झाँसी
9. दीपक कुमार, जे.ई./पी.वे यूनिट नं.-03 करौंदा
10. रवि कुमार विश्वकर्मा, ट्रैकमैन / यूनिट नं.-24 / झाँसी
इन सभी कर्मचारियों ने अपने कर्तव्य क्षेत्र में जो सतर्कता और कर्मठता दिखाई है, वह अन्य कर्मचारियों के लिए प्रेरणास्रोत है। मंडल रेल प्रशासन इन कर्मचारियों को बधाई देता है और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता है।
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* रेलवे स्टेशन मुरैना पर संरक्षा सेमिनार का आयोजन*
आज दिनांक 19 मई 2025 को मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा के कुशल निर्देशन में रेलवे संरक्षा को सुदृढ़ एवं सजग बनाए रखने के उद्देश्य से मुरैना रेलवे स्टेशन पर एक महत्वपूर्ण संरक्षा सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में गाड़ियों के सुरक्षित एवं संरक्षित संचालन, कार्यस्थल पर सावधानी, कर्मचारियों की सतर्कता, उपकरणों की नियमित जांच एवं आपात स्थिति में त्वरित कार्यवाही जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई।
अधिकारियों ने दुर्घटनाओं की रोकथाम, संरक्षा मानकों के पालन एवं कर्मचारियों द्वारा दैनिक कार्यों में सुरक्षा नियमों की अनिवार्य पालना पर विशेष बल दिया। प्रतिभागियों को संरक्षा से जुड़े विभिन्न उदाहरणों एवं घटनाओं के माध्यम से व्यावहारिक जानकारी दी गई, जिससे कार्यस्थल पर सुरक्षा को लेकर उनकी समझ और अधिक मजबूत हो सके।
सेमिनार में आर.सी. मीना (स्टेशन अधीक्षक/मुरैना), आर.के. मीना (स्टेशन अधीक्षक/रायरू), विनोद कनौजिया (मुख्य लोको निरीक्षक/झाँसी), बी.एल. धाकड़ (ट्रैफिक इंस्पेक्टर/ग्वालियर), ओम नारायण यादव (जेई/पथ/मुरैना), हरगोविन्द सिंह मीना (वरिष्ठ अनुभाग अभियंता/धौलपुर), दिनेश कुमार मीना (वरिष्ठ अनुभाग अभियंता/दूरसंचार/मुरैना), किशोर अग्रवाल (स्टेशन मास्टर/बामौर), रणवीर (वरिष्ठ अनुभाग अभियंता/सिग्नल/मुरैना) सहित अनेक अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भाग लिया।
इस अवसर पर संरक्षा सलाहकार (विद्युत) नीलू कुमार एवं संरक्षा सलाहकार (इंजी.) एस.के. गुप्ता की विशेष उपस्थिति रही।
सेमिनार में कुल लगभग 35 पर्यवेक्षकों एवं कर्मचारियों ने सहभागिता की। इस संवादात्मक कार्यक्रम ने कर्मचारियों को संरक्षा के प्रति और अधिक जागरूक एवं उत्तरदायी बनाने की दिशा में सकारात्मक प्रभाव डाला।