हरित ऊर्जा और प्रोद्योगिकी के उपयोग से राजस्व बचत में निरंतर वृद्धि
*थ्री फेज लोको के उपयोग से भी हो रही है राजस्व में बचत
झाँसी मंडल मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा के दिशा – निर्देशन में निरंतर हरित ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा दे रहा है, जिससे कार्बन के उत्सर्जन को प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से कम किया जा रहा है। इसके साथ ही हरित ऊर्जा के माध्यम से राजस्व की बचत की जा रही है ।
मंडल द्वारा वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 में अप्रैल से जुलाई तक डीजल की कम खपत से रु. 02.89 करोड़ के राजस्व की बचत की जा चुकी है। वहीँ वर्तमान वित्तीय वर्ष में जुलाई माह में हाई स्पीड डीजल खपत में कमी से रु. 78.91 लाख के रेल राजस्व की बचत की गयी है।
वित्तीय वर्ष 2024-25 के माह जुलाई में 563 किलोलीटर हाई स्पीड डीजल का उपयोग हुआ जबकि वित्तीय वर्ष 2023-24 में इसी अवधि के दौरान 601 किलोलीटर हाई स्पीड डीजल का उपयोग हुआ था | इस प्रकार पिछले वित्तीय वर्ष (2023-24) के अप्रैल माह की तुलना में ,वर्तमान वित्तीय वर्ष(2024-25) के जुलाई माह में हाई स्पीड डीजल खपत में 6.32 %.प्रतिशत की कमी हुई है |
यह बचत डीजल के स्थान पर बिजली के अधिकतम उपयोग से संभव हो सकी है । डीजल की खपत में आई कमीं के साथ ही तकनीक का उपयोग एवं उचित प्रबंधन से डीजल इस्तेमाल में कमी आई है । डीजल की खपत में कमी के चलते कार्बन उत्सर्जन में भी गिरावट आती है, जो की पर्यावरण को हरित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है तथा ग्लोबल वार्मिंग की रोकथाम हेतु सहायक है I
इसी प्रकार झाँसी मंडल द्वारा वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 के जुलाई माह में आधुनिक तकनीक के थ्री फेज़ लोकोमोटिव (रेल इंजन) के उपयोग से 48,06,564 यूनिट बिजली की बचत की गई जिससे लगभग रु. 2.77/- करोड़ के रेल राजस्व की बचत की गयी है ।
3 फेज इंजन होने की वजह से इसमें रि-जनरेटिव ब्रेकिंग भी होता है जिसकी वजह से ब्रेकिंग में लगने वाली उर्जा एकत्रित होकर पुनः इंजन को प्राप्त हो जाती है तथा ऊर्जा की बचत होती है।
