राठ/हमीरपुर-मां व पिता की मौत के बाद अनाथ हुई किशोरी अपने मामा के यहां रह कर पढ़ाई करने लगी। मौके का फायदा उठाते हुए उसके चाचा व दादा ने मकान व जमीन पर अपना कब्जा जमा लिया। जब किशोरी अपने गांव पहुंच कर अपना हक मांगती है तो परिवारीजन उसे धमकियां देते हैं। पीड़िता ने उपजिलाधिकारी को शिकायती पत्र सौंपते हुए कार्यवाही की मांग की। मझगवां थाना क्षेत्र के ग्राम झिन्ना बीरा निवासी आशा पुत्री स्व. लालदिमान ने बताया कि वह अपने माता पिता की इकलौती संतान है। जब वह बहुत छोटी थी तभी उसके पिता की मौत हो गई थी। वह दिल्ली में अपने मामा के यहां पर रह कर पढ़ाई कर रही है। चार वर्ष पूर्व उसकी मां राजकली का भी दुखद निधन हो गया था। तब से वह अनाथ हो चुकी है तथा अपने मामा के यहां पर शरण लिये है। बताया कि बंटवारे में उसे उसके हिस्से का मकान व जमीन मिला था जिस पर परिवारीजनों रामपाल व कल्लू ने कब्जा कर लिया। तत्कालीन ग्राम प्रधान की मदद से उसे एक कच्चा मकान व कुछ जमीन मिली। किन्तु जब वह पढ़ाई करने दिल्ली गई तो उक्त लोगों ने वर्तमान प्रधान के साथ मिलीभगत कर उसके कच्चे मकान पर कब्जा करते हुए उसे पक्का बनवा लिया। पीड़ित किशोरी ने बताया कि अधिकारियों के यहां पर शिकायत करने पर राजस्व कर्मचारियों ने मौके पर पहुंच कर उसे उसका हिस्सा दिलाया किन्तु दबंग परिजनों ने अधिकारियों के जाने के बाद उसे कुछ नहीं दिया। न तो उसे रहने के लिये कच्चा मकान दिया जा रहा है और न ही जमीन में से उसे अन्न का एक दाना भी मिलता है। पीड़िता ने उपजिलाधिकारी सुरेश कुमार मिश्रा को दिये शिकायती पत्र में अपनी हत्या की आशंका जताते हुए परिजनों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। अपने क्षेत्र के आसपास की खबरें पढ़ने एवं देखने के लिए बने रहिए झांसी दर्शन के साथ रिपोर्ट नेहा वर्मा ।