प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी वर्ष 2025 तक देश को टी बी रोक से मुक्त करने के संकल्प को पूरा करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। इसके तहत एक भी टीबी मरीज नहीं होने की स्थिति में ग्राम पंचायत को टी बी से मुक्त ग्राम पंचायत घोषित किया जा रहा है, जिले के 08 विकासखंड में 36 ग्राम पंचायत को टीबी मुक्त घोषित किया गया। इस टीबी मुक्त ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधानों को महात्मा गांधी की कांस्य रंग की मूर्ति एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाना है किसी पंचायत के टीबी मुक्त ग्राम पंचायत को घोषित करने हेतु निम्न बिंदु रखे गए हैं :-
1- संभावित क्षय रोगियों के बलगम की परीक्षण की संख्या प्रति 1000 की जनसंख्या पर न्यूनतम 30 टीबी रोगियों की बलगम की जांच प्रतिवर्ष कर ली जाए
2- टी बी अधिसूचना प्रति 1000 जनसंख्या पर अधिकतम एक मरीज
3- उपचार सफलता दर न्यूनतम 85 प्रतिशत
4- औषधि संवेदनशीलता परीक्षण दर न्यूनतम 65%
5- निश्चय पोषण योजना के अंतर्गत इलाज के दौरान ₹500 की धनराशि उनके खाते में प्रदान की गई हो।
6- प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत रोगियों को निश्चय मित्र के द्वारा इलाज के दौरान प्रति माह पोषण संबंधी सहायता प्रदान की गई हो।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ यू एन सिंह ने बताया कि दो हफ्ते या उससे अधिक समय से लगातार खांसी का आना खांसी के साथ बलगम और बलगम के साथ खून आना वजन का घटना एवं भूख कम लगना लगातार बुखार रहना रात में पसीना आना सीने में दर्द होना टीबी के लक्षण है, यह लक्षण होने पर मरीज को छह रोग केंद्र पर मरीज की जांच करानी चाहिए टीबी शरीर के किसी भी अंग में हो सकता है।ंं फेफड़ों की टीबी संक्रामक होती है यह हवा के जरिए एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलती है यदि टीबी रोगी के संपर्क में कोई व्यक्ति आए तो वह मास्क का प्रयोग करें ग्राम पंचायत में जन जागरूकता बढ़ाने के साथ टीबी उन्मूलन के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना जागृत करने के उद्देश्य से टीवी मुक्त ग्राम पंचायत को दिनांक 2 अक्टूबर 2024 को प्रातः 11:00 बजे सभागार विकास भवन झांसी में टीबी मुक्त ग्राम पंचायत को जिला अधिकारी द्वारा सम्मानित किया जा रहा है