नगर पंचायत एट में पुष्टाहार के वितरण में बड़ी अनियमितता के बीच बांटा गया नियमानुसार शासन द्वारा बच्चे धात्री गर्भवती महिलाओं कुपोषित लोगों को सीडीपीओ के माध्यम से दाल रिफाइंड तेल दूध एवं अन्य सामग्री एवं कोटेदार द्वारा चावल गेहूं को बने हुए समूह को दिया जाता है समूह द्वारा आंगनवाड़ी कार्यकत्री द्वारा लोगों तक पहुंचाया जाता है कस्बा में तीन सहायता समूह दुर्गा स्वयं सहायता समूह ।ज्योति पटेल। साईं राम स्वयं सहायता समूह ।सबीना। मां शारदा स्वयं सहायता समूह ।।संगीता। के पास पुष्टाहार पहुंचता है उसके बाद 12 आंगनवाडी कार्यकत्रियों को दिया जाता है हर कार्यकत्री के पास 100 से 135 लाभार्थी होते हैं और राशन मात्र 80 से 85 लोगों का जाता है समूह की अध्यक्षा ज्योति निरंजन ने बताया कि हमें माल डकोर एवं एट कोटेदार किशोरी देवी के पुत्र उमाशंकर से मिलता है उसकी लिखित रिसीविंग हमें नहीं दी जाती है बात करने पर कहते हैं जो माल हमें मिला है तो हमने तुम्हें दे दिया कोटेदार पर उन्होंने आरोप लगाया कि हमें गेहूं 10 कुंटल 27 किलो मिलना था लेकिन उन्होंने 9 कुंटल 77 किलो ही दिया आंगनवाड़ी का आलम यह है आंगनवाड़ी के ऊपर निगरानी समिति बनाई गई है लेकिन यह लोग निगरानी समिति के सदस्यों को अधिकतर बुलाते ही नहीं है पिछले दो माह में बताया गया है की बहुत ही आंशिक माल आया है जिसमें छे आंगनबाड़ियों को दिया गया छे आंगनबाड़ी को कुछ नहीं दिया इन सब बातों को लेकर माल बांटने के उपरांत माल कम पड़ने पर समूह और आंगनवाड़ी के बीच तू तू मैं मैं हो गई सीडीपीओ को कई बार फोन लगाने पर उन्होंने फोन नहीं उठाया जब स्थानीय लोगों ने सदर विधायक गौरी शंकर वर्मा से शिकायत की विधायक ने संज्ञान में लेते हुए संबंधित अधिकारियों से बात की तब जाकर 28 तारीख को भी अनियमितताओं के साथ पुष्टाहार का वितरण हुआ आंगनवाड़ी कार्यकत्री विमला देवी से बात करने पर पता चला कि उनके पास कुल लाभार्थी 106 जिसमें मात्र 77 लोगों का पुष्टाहार मिला आशा देवी से बात करने पर पता चला कि लाभार्थी 134 है जिसमें मात्र 86 लोगों का पुष्टाहार मिला लिम्का देवी से पता चला कि लाभार्थी 120 है जिसमें 86 लोगों का मिला साधना सोनी के पास 138 लाभार्थी है जिसमें 92 लोगों का पुष्टाहार मिला ऐसे ही सभी आंगनवाड़ीयो के पुष्टाहार में हर महीने लगभग कटौती की जाती है जिससे स्थानीय लाभार्थियों को सभी लोगों को लाभ नहीं मिलता है सरकार द्वारा मिल रही सुविधाओं को बीच में ही अधिकारी और कर्मचारियों की सांठगांठ के बीच पुष्टाहार का बंदरबांट कर लिया जाता है यह खुला गरीब और लाभार्थियों के ऊपर डाका डाला जा रहा है लोगों का कहना है इसकी सही रूप से जांच होनी चाहिए जिससे हम लोगों को सरकार द्वारा पहुंचाए जा रहे पुष्टाहार का सही लाभ मिल सके।