ग्रामीण एडिटर ब्यूरो धीरेन्द्र रायकवार
बंगरा (झाँसी)- प्रधानमंत्री मोदी की सबसे महत्वाकांक्षी योजनाओं में एक स्वच्छ भारत मिशन जो धरातल पर लागू तो हो गई हर ग्राम पंचायत में बाकायदा सफाई कर्मचारी नियुक्त हैं। लेकिन सब कागजों पर सिमट कर रह गया ऐसा ही कुछ मामला ब्लॉक बंगरा क्षेत्र के ग्राम पंचायत बगरौनी आलम का है।
गाँव मे गंदगी फैली हुई है। नालियों में भी गंदगी एकत्रित है। जो बदबू भी दे रही है। यही स्थिति रही तो गांव में संक्रामक बीमारी अपने दस्तक दे सकती है ग्रामीणों का कहना है कि कई महीनों से गाँव की सफाई नही हुई है।
अगर सफाईकर्मी आते भी हैं तो नालियों का कीचड़ रास्ते मे डाल कर रफूचक्कर हो जाते है। और उसको उठाना उचित नहीं समझते है। सफाई कर्मचारी कि ना आने की वजह से हम स्वयं नालियों की सफाई करते हैं। क्या इसीलिए सफाई कर्मी की नियुक्ति हो हुई है। कि सफाई कर्मी रहे मस्त, और गाँव वाले रहे पस्त। जिस की लापरवाही का खामियाजा ग्रामीण खेल रहे हैं। जिस से ग्रामीणों में काफी रोष व्याप्त है। जबकि सरकार साफ सफाई के लिए लाखों रुपए खर्च कर रही है।
रिपोर्ट- कपिल गुप्ता