स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सीताराम आज़ाद की पुण्यतिथि पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि
महापुरुष किसी जाति विशेष के नहीं, संपूर्ण राष्ट्र के होते हैं – डॉ. संदीप सरावगी
स्वतंत्रता सेनानियों के आदर्शों से प्रेरणा लें – हरगोविंद कुशवाहा
झाँसी। स्वतंत्रता संग्राम के अमर वीर सीताराम आज़ाद की पुण्य स्मृति समारोह गुरुवार को पत्रकार भवन प्रांगण में हृदयस्पर्शी रूप से मनाया गया। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में समाजसेवी डॉ. संदीप सरावगी तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में राज्य मंत्री हरगोविंद कुशवाहा सहित अनेक गणमान्य लोगों ने सीताराम आज़ाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया। इस अवसर पर कांग्रेस नेता गौरव जैन, सुनील तिवारी, दिनेश भार्गव, संपादक रिपु सूदन नामदेव सहित अनेक सामाजिक कार्यकर्ता एवं बुद्धिजीवी उपस्थित रहे।
“महापुरुष किसी जाति नहीं, पूरे राष्ट्र के होते हैं” – मुख्य अतिथि डॉ. संदीप सरावगी
समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. संदीप सरावगी ने अपने विचार रखते हुए कहा कि सीताराम आज़ाद ने जिन मूल्यों और त्यागभाव के साथ क्रांतिकारियों को सहयोग दिया, वे आज भी प्रेरणा का स्रोत हैं। उन्होंने कहा “ऐसे महापुरुष किसी जाति या वर्ग के नहीं होते। वे पूरे राष्ट्र की धरोहर हैं। उनके आदर्शों को जीवन में उतारने की आवश्यकता है। उनके परिवारों की सहायता और सम्मान हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।” डॉ. सरावगी ने यह भी कहा कि आजादी के आंदोलन में झांसी की भूमिका गौरवशाली रही है और ऐसे कार्यक्रम समाज में देशभक्ति का भाव मजबूत करते हैं।
“क्रांतिकारियों की रीढ़ थे सीताराम आज़ाद” – राज्य मंत्री हरगोविंद कुशवाहा
राज्य मंत्री हरगोविंद कुशवाहा ने अपने संबोधन में कहा कि झांसी स्वतंत्रता आंदोलन की धड़कन रहा है और इस संघर्ष को गति देने में सीताराम आज़ाद का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण रहा। उन्होंने बताया कि भगत सिंह ने बबीना में विस्फोट किया था। चंद्रशेखर आज़ाद, राजगुरु, सुखदेव, राजेंद्र लाहिड़ी सहित अनेक क्रांतिकारी स्वतंत्रता संग्राम के दौरान सीताराम आज़ाद के यहाँ ठहरते थे। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को यह जानना आवश्यक है कि झांसी क्रांतिकारियों की गतिविधियों का प्रमुख केंद्र रहा और सीताराम आज़ाद ने जीवन जोखिम में डालकर स्वतंत्रता आंदोलन को सहारा दिया।
साहित्यकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं ने साझा किए संस्मरण
वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. सुनील तिवारी ने झांसी के क्रांतिकारी इतिहास पर विस्तार से प्रकाश डाला। बुंदेलखंड मुक्ति मोर्चा के महामंत्री दिनेश भार्गव ने सीताराम आज़ाद के संस्मरण सुनाए। कांग्रेस शहर अध्यक्ष मनोज गुप्ता ने उनके योगदान को ऐतिहासिक बताते हुए लगातार ऐसे आयोजनों की आवश्यकता पर जोर दिया। कार्यक्रम में प्रमोद वर्मा ने प्रतिमा स्थल के जीर्णोद्धार हेतु ₹11,000 का चेक भेंट किया, जिससे उपस्थित जनों ने उनका स्वागत किया।
भारी संख्या में रही जनउपस्थिति
इस अवसर पर पत्रकार मुकेश वर्मा, दीपचंद्र चौबे, बॉबी खान, रवीश त्रिपाठी, राजाराम नामदेव, पवन तिवारी, प्रदीप नामदेव, संदीप नामदेव सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। अतिथियों का स्वागत संदीप नामदेव ने किया और कार्यक्रम का संचालन रिपु सूदन नामदेव ने किया।