कोंच तहसीलदार से पीड़ित व्यक्ति पहुंचा जिलाधिकारी के पास शिकायत लेकर, की कार्यवाही की मांग
कोंच तहसीलदार द्वारा एक व्यक्ति पर वसूली के दौरान लाठी चलाने को लेकर पीड़ित ने जिलाधिकारी का दरबाजा खटखटाया है और न्याय की गुहार लगाते हुए तहसीलदार पर कार्यवाही किये जाने की मांग की है। कोंच कोतवाली क्षेत्र के मथुरा प्रसाद महाविद्यालय के पास उरई रोड कोंच निवासी पीड़ित रामखिलावन ने बताया कि उसके नाम से वाणिज्य कर विभाग ने एक नोटिस फर्जी जारी कर दिया गया था। जिसके बाद उसे स्थगन आदेश भी मिल गया था लेकिन उसके आवास पर तहसीलदार कोंच नरेन्द्र कुमार आ पहुंचे और उससे गाड़ी में बैठकर कारागार में चलने की बात कही। जब उसने तहसीलदार से कहा कि आपके पास कोई नोटिस या वारंट आदि है जिस पर वह कुछ नहीं दिखा पाए। पीड़ित ने मौके पर ही स्थगन आदेश भी दिखाया, जिसे देखकर वह ओर क्रोधित हो उठे और अमर्यादित तरीके से उससे व उसके परिवार वालों से गाली गलौच तक कर डाली। पीड़ित ने यहां तक आरोप लगाया कि तहसीलदार ने उससे 30 हजार रिश्वत की मांग की थी। जिसे न देने पर वह भड़क उठे और होमगार्ड के हांथ से लट्ठ छुड़ा लिया और उससे प्रहार करने लगे। लाठी से प्रहार करते हुए उसके भाई बद्री के हांथ पर प्रहार कर दिया। जिससे उसके चोट आई है। पीड़ित ने बताया कि इसके बाद तहसीलदार उसे जबरजस्ती गाड़ी में बैठाकर तहसील ले आये, जहां उसे अकारण ही हवालात में बंन्द कर दिया। जिसके कुछ देर बाद तहसीलदार को गलती का एहसास होने पर मुझे छोड़ दिया। पीड़ित ने बताया कि तहसीलदार की गैर कानूनी दबंगई से उसके परिवार की प्रतिष्ठा धूमिल हुई है। पीड़ित ने बताया कि उसने कोंच तहसीलदार के खिलाफ कोतवाली में लिखित शिकायत की लेकिन कार्यवाही तो दूर की बात अभी तक डॉक्टरी तक उसके घायल भाई की नहीं की। पीड़ित ने जिलाधिकारी से न्याय की गुहार लगाते हुए दोषी तहसीलदार के खिलाफ कार्यवाही किये जाने की मांग की है। पीड़ित ने बताया कि उसके पास तहसीलदार द्वारा लट्ठ चलाने के वीडियो फ़ोटो है जबकि तहसीलदार मीडिया के सामने यह कह रहे हैं कि उन्होंने डंडा नहीं चलाया, उनका यह कथन वायरल वीडियो व फ़ोटो असत्य बतला रहे हैं।