चावल माफियाओं का गोरखधंधा आखिर क्यों और किसके संरक्षण में फल फूल रहा है चावल का अवैध कारोबार:रिपोर्ट कृष्ण कुमार:
गरौठा झांसी।। कस्बा गरौठा में काफी लंबे समय से चावल माफियाओं का एक छत्र राज चल रहा है।इन्हें रोकने टोकने वाला कोई नहीं है रात्रि में या फिर सुबह 4:00 बजे चावल की गाड़ियां प्रतिदिन लोड होती है कस्बा के कुछ फुटकर गल्ला खरीदारों एवं कुछ राशन विक्रेताओं द्वारा यह गोरखधंधा काफी लंबे समय से किया जा रहा है। इसमें कुछ कस्बा गुरसराय के भी चावल माफिया शामिल है। कस्बा के अलावा कस्बा के बाहर की 2 पिकअप गाड़ियां आती हैं ।गाड़ियों के साथ लेबर भी रहती है जिनके द्वारा आनन-फानन में गाड़ियां लोड कर दी जाती है।गाड़ियां जल्दी लोड होकर वापिस चली जाती है आखिर यह गोरख धंधा किसके संरक्षण फल फूल रहा है।चावल माफियाओं परकार्यवाही क्यों नहीं की जा रही है। आखिर इन गाड़ियों को क्यों नहीं पकड़ा जा रहा है। जबकि गाड़ियां अवैध तरीके से बेचा गया चावल कालाबाजारी के लिए लोड कर धड़ल्ले चली जाती है सरकार की मंशा है कि हर कार्ड धारक को उसके हक का का राशन मिले लेकिन गरीबों के मुंह का निवाला छीन कर उसकी कालाबाजारी की जा रही है। चावल माफियाओं का एक व्यक्ति लोकेशन के लिए ककरबई तिराहे पर बैठा रहता है।आश्चर्य की बात यह है की चावल माफियाओं को तहसील पर बैठे अधिकारियों का भी बिल्कुल भय नहीं है। तभी तो कभी कभी चावल से लदी गाड़ी दिन में भी चावल लादकर सड़क था दौड़ती दिखाई देती है। चावल नजदीकी कस्बे में इकट्ठा किया जाता है और उसे मध्य प्रदेश ऊंचे दामों पर बेचने के लिए ले जाया जाता है।लोगों ने जिलाधिकारी झांसी से चावल माफियाओं पर कार्रवाई किए जाने की मांग की है। जिस से सरकार की छवि खराब ना हो और किसी गरीब के मुंह का निवाला न छीन सके।