झाँसी। गणेश चतुर्थी पर धूमधाम से शहर की गलियों, चौराहों व घरों में विराजे गजानन ने भक्तों का दस दिन तक आतिथ्य स्वीकार कर अनंत चतुर्दशी पर विदा ली। भक्तों ने बप्पा को नम आंखों से विदाई दी। तो वहीं इंद्रदेव ने भी भक्तों के साथ गौरी पुत्र गणेश को भावपूर्ण विदाई दी। गजानन की विदाई का पल इतना भावुक था कि आसमान भी रो पड़ा। गुरुवार को सुबह से ही बारिश का दौरा शुरू हो गया। बारिश की बूंदों में भीगकर गौरी पुत्र ने अपने निज धाम की ओर प्रस्थान किया। भक्तों ने गणेश जी की प्रतिमाओं को जल में विसर्जन कर सुख-समृद्धि की कामना की। इस दौरान नगर के लक्ष्मी तालाब समेत पहूज नदी, वेतवा नदी के घाटों पर भगवान गणेश की प्रतिमाओं को विसर्जित किया गया। नदियों पर जलस्तर अधिक होने के कारण चप्पे चप्पे पर पुलिस बल तैनात रहा।
रिपोर्ट-=आयुष साहू