*दशानन रावण का वध करने के बाद भगवान पहुंचे रामलला मन्दिर*
*डीएम व एसपी ने रामलला मंदिर में टेका माथा, महंत को अंगवस्त्र ओढ़ाकर किया सम्मानित*
जालौन :० कोंच की ऐतिहासिक रामलीला में रावण मेघनाद का वध करके हनुमान जी सहित श्रीराम, लक्ष्मण रामलला मन्दिर पहुंचे। इस मौके पर जिलाधिकारी व एसपी भी मन्दिर पहुंचे, जहां दोनों अधिकारियों ने मन्दिर के महंत व पुजारी को अंग वस्त्र ओढ़ाकर उनसे आशीर्वाद लिया व उनका सम्मान किया। जहां भगवान की आरती उतारी गई व उनका तिलक किया गया व यहां पर भगवान ने विश्राम किया। महारानी लक्ष्मीबाई का गुरुद्वारा प्राचीन श्रीरामलला है और वर्षों पुरानी रामलीला में जब भगवान श्रीराम, लक्ष्मण व हनुमान रावण, मेघनाद का वध करके लौटते हैं तो वह सबसे पहले श्रीरामलला मंदिर ही आते हैं जहां वह विश्राम करते हैं और वहीं वह भोजन भी ग्रहण करते हैं। इसी क्रम में भगवान श्रीराम, लक्ष्मण और हनुमान आदि भगवान जैसे ही रामलला मन्दिर आए उनका भव्य स्वागत किया गया। मन्दिर को दुल्हन की तरह सजाया गया था, सीताराम की आकृति में घी के दिए जलाए गए, उनका टीका आदि भी मन्दिर किया गया। मंदिर में 56 भोग प्रसाद का भोग लगाया गया, जिसको भगवान ने ग्रहण किया और भोजन भी किया। यहां पर भगवान की आरती की गई और लोगों ने खूब जयकारा भी लगाई। मंदिर में खूब पान, प्रसाद आदि मौजूद भक्तों को वितरित किया गया। वहीं भगवान के साथ साथ जिलाधिकारी जालौन राजेश कुमार पांडेय व एसपी जालौन डॉ. दुर्गेश कुमार भी रामलला मन्दिर पहुंचे। जहां उन्होंने मौजूद लोगों से बात की। लोगों ने बताया कि यह मन्दिर सैकड़ों वर्ष पुराना है और महारानी लक्ष्मीबाई का गुरुद्वारा भी है। जिलाधिकारी व एसपी ने श्रीरामलला सरकार को माथा टेका। इसके बाद मन्दिर के महंत रघुनाथदास महाराज व महाराज गोविंददास से आशीर्वाद लिया और उन्होंने इस दौरान अंग वस्त्र ओढ़ाकर सम्मान किया। नगर से सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु महिलाएं व पुरुष भी इस दौरान मन्दिर में पहुंचे भगवान श्रीराम, लक्ष्मण व हनुमान जी के दर्शन करने पहुंचे। मंदिर मैं खूब जयश्री राम की जयकारा हुई।