झाँसी बी.यु. द्वारा उच्च न्यायालय इलाहाबाद के बहाली का कुलसचिव नही कर रहे आदेश का पालन
बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर की उच्च न्यायालय इलाहाबाद के द्वारा बहाली का कुलसचिव नही कर रहे आदेश का पालन,ना, ना ही कर राजकुमार सिंह सहायक प्रोफेसर बहाली।
झाँसी। जिला कांग्रेस कमेटी झाँसी द्वारा राज्यपाल उत्तर प्रदेश शासन को संबोधित जिलाधिकारी झाँसी के माध्यम से चंद्रशेखर तिवारी पूर्व जिलाध्यक्ष एवं नीता अग्रवाल जिलाउपाध्यक्ष फ्रंटल संगठन ने संयुक्त रूप ज्ञापन दिया।
ज्ञापन में कहा गया कि बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में कार्यरत सहायक आचार्य राजकुमार सिंह की बहाली की मांग को लेकर ज्ञापन में बताया कि राजकुमार सिंह बुंदेलखंड विश्व विद्यालय में सहायक आचार्य राजकुमार सिंह की नियुक्ति केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय की नेशनल प्रोजेक्ट इम्लेमेंशन यूनिट (NPIU) खंड के द्वारा टेक्निकल एजुकेशन क्वालिटी इम्प्रुमेन्ट प्रोजेक्ट (TEQIP ) थर्ड प्रोजेक्ट के अंतर्गत हुई थी।
मार्च 2020 में NASSCOM के अनिवार्य प्रशिक्षण हेतु राजकुमार सिंह को IIT गोवाहाटी जाना पड़ा।जिसकी सूचना लिखित सूचना देकर गए थे।लेकिन प्रशिक्षण से लौटने के बाद विश्वविधालय की IET के डीन/प्रोजेक्ट निदेशक प्रो. एस के कटियार द्वारा उन्हें बे बुनियाद कारणों का हवाला देते हुये जातिगत दुर्भावना से उन्हें सहायक आचार्य पद से बर्ख़ास्त करते हुए नौकरी से निकाल दिया।
माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद द्वारा बर्खास्ती का आदेश रद्द किए जाने के बाबजूद भी राजकुमार सिंह को अब तक बहाल नही किया गया। राजकुमार सिंह के ऊपर करी गयी अमाननीय जाति गत दुर्भावना से ग्रसित कार्यवाही से उनके परिवार के ऊपर एक बड़ा आर्थिक संकट आ खड़ा हुआ।
गत दिवस जिलाधिकारी झाँसी को पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य द्वारा मामले का संज्ञान लेते हुए राजकुमार सिंह सहायक आचार्य को न्याय देकर उक्त पद पर बहाली की मांग रखी ।
ज्ञापन देने वालो में योगेन्द्र सिंह पारीछा अफ़ज़ाल हुसैन,मनीराम कुशवाहा गिरजा शंकर राय, मीना आर्य, महेश कुशवाहा, शाहिदा बेगम, चन्द्रजीत सिंह हनी अभय त्रिपाठी प्रिंस कटियार अविदा खान सलमा कुलदीप सिंह पारीछा आदि उपस्थित रहे।