पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए हम प्रतिबद्ध: डीआरएम
मंडल में वर्तमान वित्तीय वर्ष में अक्टूबर माह तक डीजल की कम खपत से रु. 05.36 करोड़ के राजस्व की बचत
झाँसी रेल मंडल द्वारा हरित उर्जा के उपयोग को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है. इससे कार्बन के उत्सर्जन में प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से कमी आ रही है। इसके साथ ही हरित ऊर्जा के माध्यम से राजस्व की बचत की जा रही हैI मंडल द्वारा वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 में अप्रैल से अक्टूबर तक डीजल की कम खपत से रु. 05.36 करोड़ के राजस्व की बचत की जा चुकी हैI वित्तीय वर्ष 2024-25 के अक्टूबर माह में हाई स्पीड डीजल खपत में कमी से रु. 71.51 लाख के रेल राजस्व की बचत की गयी है।
वित्तीय वर्ष 2024-25 के माह अक्टूबर में 450 किलोलीटर हाई स्पीड डीजल का उपयोग हुआ जबकि वित्तीय वर्ष 2023-24 में इसी अवधि के दौरान 516 किलोलीटर हाई स्पीड डीजल का उपयोग हुआ था | इस प्रकार पिछले वित्तीय वर्ष (2023-24) के अक्टूबर माह की तुलना में ,वर्तमान वित्तीय वर्ष(2024-25) के अक्टूबर माह में हाई स्पीड डीजल खपत में 12.79 %.प्रतिशत की कमी आई है |
यह बचत डीजल के स्थान पर बिजली के अधिकतम उपयोग से संभव हो सकी है । डीजल की खपत में आई कमीं के साथ ही तकनीक का उपयोग एवं उचित प्रबंधन से डीजल इस्तेमाल में कमी आई है । डीजल की खपत में कमी के चलते कार्बन उत्सर्जन में भी गिरावट आती है, जो की पर्यावरण को हरित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है तथा ग्लोबल वार्मिंग की रोकथाम हेतु सहायक है।
उल्लेखनीय है कि झाँसी मंडल द्वारा वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 के अक्टूबर माह में आधुनिक तकनीक के थ्री फेज़ लोकोमोटिव (रेल इंजन) के उपयोग से 66,92,713 यूनिट बिजली की बचत की गई जिससे लगभग रु. 3.74/- करोड़ के रेल राजस्व की बचत की गयी है । 3 फेज इंजन होने की वजह से इसमें रि-जनरेटिव ब्रेकिंग भी होता है जिसकी वजह से ब्रेकिंग में लगने वाली उर्जा एकत्रित होकर पुनः इंजन को प्राप्त हो जाती है तथा ऊर्जा की बचत होती है।
मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा ने कहा कि झाँसी रेल मंडल द्वारा सतत विकास को बढ़ावा दिया जा रहा है। सतत विकास के सिद्धांतों का ध्यान रखते हुए एक तरफ मंडल में हाई स्पीड डीजल के उपयोग में कमी लाई जा रही है। साल दर साल हम डीजल का उपयोग घटाते जा रहे हैं। पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में तत्परता से कार्य करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।