*बीते दिनों झांसी दर्शन के द्वारा प्राथमिकता से चलाई गई जुआ की ख़बर का हुआ असर*
समथर पुलिस के द्वारा साकिन निवासी बेटा सिंह, अज्जू खान, मौसम खान, और उवेश खान को जुआ खेलते हुए पकड़ लिया जिनके पास से फड़ से 1800 रूपए और जामा तलाशी में 1350 रूपए मिले पकड़े हुए जुआरियों पर जुआ एक्ट की कार्रवाई की
बीते दिनों छपी यह खबर
समथर थाना क्षेत्र में धड़ल्ले से जारी जुआ के खेल में रोजाना लाखों की जीत-हार का दांव लगने से पुलिस महकमें के अफसरों की कार्यशैली पर सवालिया निशान लग रहा है। जगह बदल-बदल कर जुआ खिलाने वाले आपराधिक प्रवृत्ति का गिरोह पुलिस के नाम से प्रत्येक दांव में नाल निकालता है। जुआ के अवैध कारोबार में पुलिसिया संरक्षण के आरोप लग रहे हैं। जुआ के फड़ों में दांव लगाने से पुलिस महकमे की आम जनमानस में जमकर फजीहत हो रही है। सुबह होते ही जुआ के फड़ों पर जुआरियों का जमावड़ा लग जाता है।
इन दिनों समथर थाना क्षेत्र जुआरियों का गढ़ बन गया है। झांसी जिले के समथर क्षेत्र में पुलिसिया संरक्षण में जगह बदल बदल कर खेले जा रहे जुआ के खेल में रोजाना लाखों की जीत हार के दांव लग रहे हैं। जहां समथर, चिरगांव खुर्द, साकिन, लोहागढ़, खूजा एवं बांगरी क्षेत्र के नामचीन जुआरी भी जुआ खेलने पहुंच रहे हैं। समथर थाना क्षेत्र से थोड़ी दूरी पर ग्राम साकिन के लोहागढ़ के समीप मैदान के अलावा के बांगरी, व चिरगांव खुर्द के समीप समेत क्षेत्र में रोजाना जुआ के संचालित फड़ों में दो पहिया व चार पहिया वाहनों में दर्जनों की संख्या में पहुंचे जुआरियों द्वारा लाखों की जीत हार का दांव लगाया जा रहा है। इन फड़ों मे जालौन क्षेत्र के भी नामचीन जुआरी भी पहुंच रहे हैं। लोगों ने जुआ खिलाने वाले गिरोह में आपराधिक छवि वाले युवाओं के शामिल रहने के कारण भयवश नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जुआ के खेल में अनेक जुआरी जीत हार का दाव लगाते हैं। इस खेल के संचालन में आपराधिक प्रवृत्ति के युवाओं की संलिप्तता के कारण ग्रामवासी दहशत के कारण इसका विरोध नहीं कर पाते हैं। जुआ खेल का संचालन करने वाले अपराधिक प्रवृत्ति के युवाओं द्वारा विरोध करने पर झूठे मामलों में फंसा देने की धमकी दी जाती है। यह भी बताया गया कि जुआ के अवैध कारोबार की सूचना कथित पुलिस अधिकारियों को दिए जाने के बावजूद भी राजनीतिक संरक्षण के कारण कोई कार्रवाई नहीं की जाती है।
सूत्रों से मिली जानकारी
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जुआ खेलने वाले लाखो के जुआ के ऊपर कारवाई ना कर पुलिस के द्वारा वाहवाही लूटने के लिए यह जुआरियों पर करवाई कर मामला इतिश्री कर दिया गया जबकि लगातार क्षेत्र में लाखों का जुआ जारी है सूत्रों की माने तो बड़े जुए से प्रतिदिन पुलिस के नाम से रुपए भी भेजे जाते हैं इसलिए लाखों के जुआ पर पुलिस हाथ डालने से पहले जुआरियों को सूचना मिल जाती है और जुआरी अपना जुआ का स्थान बदल देते हैं या फिर जुआ बंद कर देते