*मऊ रानीपुर में CBSE के छात्रों का चढ़ा पारा एक ही क्लास के 43 विद्यार्थियों में से 40 विद्यार्थी हुए फैल*
रिपोर्ट, कृष्ण कुमार
*मऊ रानीपुर झांसी*- नगर मऊरानीपुर में CBSE कक्षा दसवीं के रिजल्ट ने खोली कई प्राइवेट स्कूलों की पोल। साढ़े निन्यानवे परसेंट के ऊपर रिजल्ट आने के बाद भी कई बच्चे परीक्षा में फेल तो कई बच्चो की मेरिट बिगड़ी। जानकारी के अनुसार मंगलवार को CBSE कक्षा दस का रिजल्ट कल उत्तर प्रदेश प्रयागराज बोर्ड ने जारी कर दिया। रिजल्ट जारी होते ही मऊरानीपुर नगर में कई ऐसे विद्यालय CBSE पैटर्न का बोर्ड लगाए हुए है जबकि उनकी CBSE बोर्ड की कोई मान्यता नहीं है। वो किसी दूसरे विद्यालय में बच्चो को अटैच करके अभिभावकों से अच्छी खासी फीस बसूल करते हैं बच्चों का परीक्षा परिणाम आते ही अभिभावकों के पैरों तले से जमीन खिसक गई। पढ़ने लिखने वाले बच्चे जिन्होंने दिनरात मेहनत कर पढ़ाई करने के बाद भी वो फेल हो गए।
अभिभावकों एवं बच्चों ने आरोप लगाया कि विद्यालयों के प्रबंधकों ने प्रवेश लेते समय बड़ी बड़ी बातें की और बताया कि विद्यालय मान्यता प्राप्त है। लेकिन जब रिजल्ट आया तो दूसरे विद्यालय में नाम पाया बच्चों ने बताया कि विद्यालय प्रबंधकों ने अपनी सगे संबंधियों जिन्होंने न तो क्लास ग्यारह में कोई परीक्षा दी और न ही कभी स्कूल में पढ़ने आये और न ही कक्षा 12 के प्री बोर्ड की परीक्षा दी। उनके रिजल्ट अस्सी से नब्बे परसेंट आये जिसकी जांच होना अति आवश्यक है तथा ऐसे विद्यालय जो CBSE बोर्ड के नाम से बच्चों व अभिभावकों को लूट रहे है उनकी जांच कर कार्यवाही होनी चाहिए। नई बस्ती में स्थित एक विद्यालय के छात्रों का गुस्सा रिजल्ट देखकर सातवें आसमान पर चढ़ गया। उन्होंने बताया कि स्कूल प्रबंधन ने उन्हें स्कूल की मान्यता होने की बात कह कर उनसे मोटी फीस लेने के बाद भी विद्यालय में एक कक्षा के 43 बच्चों में से 40 बच्चे फेल कैसे हो सकते हैं यह जांच का विषय है विद्यालय के बच्चों ने एवं अभिभावकों ने इस मामले की जांच किए जाने की मांग की है।