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प्रहार, अनुराग ने सांसद रहते झांसी का क्या भला किया, जनता जानना चाहती है – प्रदीप

अनुराग ने सांसद रहते झांसी का क्या भला किया, जनता जानना चाहती है – प्रदीप

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झांसी ! झांसी ललितपुर लोक सभा से इण्डिया गठबंधन के प्रत्याशी पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने झांसी की गलियों-गलियों में घूम-घूम कर जनसम्पर्क किया। उन्होंने अनुराग शर्मा से सीधे तौर पर सवाल करते हुए कहा कि अनुराग शर्मा पिछले पांच वर्ष तक झांसी से सांसद रहे उनके पास बताने के लिए कुछ नहीं हैं कि उन्होंने पिछले पांच साल में झांसी का क्या भला किया, इसलिये बीड़ा, केन-बेतवा लिंक से फायदे गिनवा रहे हैं। ये योजनाएं लागू करेंगे तो ये फायदे होंगे। अरे भईया, अनुराग शर्मा ने पिछले पांच साल में झांसी का क्या भला किया, पिछले पांच सालों में कितना आर्थिक और सामाजिक उछाल आया, यह जनता जानना चाहती है। इनके पास अपना कोई रिपोर्ट कार्ड नहीं है बिल्कुल वैसे ही जैसे भाजपा सिर्फ सपने दिखाती है भाजपा के पास अपना कोई रिपोर्ट कार्ड दिखाने के लिए नहीं होता है। पिछले दस सालों में देश में और खास तौर पर बुन्देलखण्ड में भुखमरी, बेरोजगारी, छात्रों और युवाओं में निराशा की भावना, महिलाओं पर अत्याचार, भ्रष्टाचार, किसानों की आत्महत्याएं और मज़दूरी के लिए किसानों और मजदूरों का पलायन बढ़ा है। ये वर्तमान में नहीं जीते सिर्फ भविष्य के सपने दिखाते हैं। ये नहीं जानते कि सपने देखने और दिखाने से गरीब का पेट नहीं भरता है। भाजपा निक्कमी औलाद की तरह देश की सम्पदा को बेच रही है और इस बरबादी को विकास का नाम देती है। विरासत को बेच कर पांच किलो राशन देना कोई बड़ी बात नहीं है और फिर जब सब बेच डालोगे तब फिर कहां से पांच किलो राशन दोगे।

ये गरीब आदमी जानता है कि विरासत किस तरह बनायी जाती है। कांग्रेस ने किस तरह सरकारी संस्थानों को स्थापित करके देश का मान बढ़ाया। आज़ादी के वक्त भारत में भी सूई तक नहीं बनती थी। कांग्रेस ने उद्योग धन्धे स्थापित किए, भारत को आत्मनिर्भर बनाया। अब भाजपा के द्वारा उन्हीं सभी सरकारी संस्थानों को निजी हाथों में बेचा जा रहा है। अभी तक जो भी भाजपा ने बेचा है उससे गरीब आदमी का ज्यादा मतलब नहीं था। न गरीब को हवाई जहाज में बैठना था न पानी के जहाज में बैठना था इसलिए तमाम सरकारी संस्थान बिक जाने पर गरीब को नहीं मालूम पड़ा लेकिन अब बहुत जल्द ही रेल को भी बेच देने का मंसूबा भाजपा बना रही है। यह अहसास इस तरह हो रहा है क्योंकि अब भाजपा सरकार रेल की छवि खराब करने में लगी हुई है। ताकि रेल को निजी हाथों में सौंपा जा सके। रेल में एसी के डिब्बे बढ़ाये जा रहे हैं और स्लिपर के डिब्बे कम किये जा रहे हैं परिणाम स्वरूप स्लिपर में आरक्षण लेकर चलने वाला यात्री अपनी सीट तक भी नहीं पहुॅच पा रहा है। रेल की छवि बिगाड़ कर उसे निजी हाथों में सौंप दिया जायेगा फिर रेल यात्रा करना भी गरीब के लिए दूभर हो जायेगा। रेल यात्रा भी उसकी पहुॅच से बहुत दूर हो जायेगी। वो स्वप्न कि हवाई चप्पल वाला हवाई जहाज में यात्रा करेगा। ये स्वप्न तो पूरा नहीं हो सका लेकिन हम रेल को बिकने नहीं देंगे। जब गरीब रेल यात्रा नहीं कर सकेगा तब गरीब के जीवन पर पहला असर पड़ेगा और तब गरीबों को भाजपा और कांग्रेस में फर्क समझ में आयेगा। इसके बाद गरीब की समझ में आयेगा कि भाजपा है क्या चीज़। इसलिये देश के संस्थानों को और देश के संविधान को बचाना है तो हाथ के पंजे को वोट दीजिए और गरीबों के हितों को समझने वाली सरकार बनाईये।

जनसम्पर्क के दौरान शहर अध्यक्ष मनोज गुप्ता, विवेक बाजपेयी, भरत राय, वीरेन्द्र कुशवाहा, शफीक अहमद मुन्ना, अशोक कंसोरिया, राजकुमार फौजी, राजकुमार सेन, शाहरूख खान, विजय तिवारी, हरि ओम श्रीवास, बलराम साहनी, वीरेन्द्र अहिरवार, दिनेश वर्मा, शाकिर अली, इमरान खान, कुतुबुददीन, जमाल कुरैशी, जावेद बबूआ, कल्लू पाल, यशवीर पिपरैया, वीरेन्द्र झा, मज़हर अली और अनेकों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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