• Fri. Oct 18th, 2024

Jhansi Darshan

No 1 Web Portal in jhansi

221222झांसी में इको पर्यटन विकसित करने से होगा क्षेत्र का चहुंमुखी विकास

ByNeeraj sahu

Oct 13, 2024

झांसी में इको पर्यटन विकसित करने से होगा क्षेत्र का चहुंमुखी विकास

** प्रदेश में 01 ट्रिलियन इकॉनोमी लक्ष्य को झांसी सहित बुंदेलखंड में इको पर्यटन विकसित कर किया जा सकता है पूर्ण

** झांसी में पर्यटकोचित सुविधाएं विकसित करने से बढ़ेगी पर्यटकों की संख्या, क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और होगा आर्थिक लाभ

** जिलाधिकारी ने पर्यटन महानिदेशक को लिखा पत्र, सुझावों का करें परीक्षण ताकि सरकार का विजन फलीभूत हो

** जिलाधिकारी रविंद्र कुमार का जनपद झांसी सहित बुंदेलखंड के पर्यटन विकास पर अधिक जोर

जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने बुंदेलखंड सहित झांसी में पर्यटकों की संख्या बढ़ाए जाने का मंतव्य रखते हुए महानिदेशक पर्यटन को क्षेत्र में इको पर्यटन बढ़ाए जाने के परिपेक्ष में अवगत कराते हुए कहा कि यदि क्षेत्र के पर्यटन स्थलों पर सुविधाएं विकसित की जाएं तो प्रदेश सरकार का 01 ट्रिलियन इकॉनोमी का लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।
जिलाधिकारी ने अवगत कराते हुए बताया कि बुंदेलखंड पर्यटन संभावनाओं की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण गंतव्य स्थल है। सरकार द्वारा पर्यटकों को आकर्षित करने हेतु यहां पर्यटन अवस्थापना सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। सरकार प्रदेश में 01 ट्रिलियन इकॉनोमी के लक्ष्य प्राप्त करने हेतु प्रयासरत है। झांसी में ऐसे कई स्थल हैं जहां पर्यटकोचित सुविधाएं विकसित कर पर्यटकों की संख्या बढ़ाई जा सकती है, जिससे इस क्षेत्र को आर्थिक लाभ होगा साथ ही लोगों के लिये रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे तथा उनके जीवन स्तर में सुधार आएगा।
ईको टूरिज्म से सम्बन्धित जनपद झांसी में कई पर्यटन स्थल हैं, झांसी में गढ़मऊ झील, बरुआसागर झील, पारीछा बांध एवं पहुंज बांध ऐसे स्थल हैं जो या तो झांसी-कानपुर मार्ग या खजुराहो मार्ग पर स्थित हैं, जिससे पर्यटक आसानी से इन स्थलों तक पहुंच सकते हैं। इन स्थलों पर निम्न कार्य किए जा जाने से पर्यटकों की संख्या में काफी वृद्धि होने की प्रबल सम्भावना है,इको फ्रेंडली बोटिंग,इको फ्रेंडली हाउस बोट,वाटर वॉल प्रोजेक्शन मैपिंग जिसमे झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के जीवन पर आधारित होगा।स्कूबा डाइविंग अथवा स्नॉर्कलिंग। झील के नीचे सबमर्ज्ड हाउस जिसकी दीवारें शीशे की होंगी अथवा झील के एक तरफ से दूसरी तरफ जाने के लिये शीशे की दीवार वाली सुरंग बनाई जा सकती है, जिससे पर्यटक अंदर जाकर जल- जीव देख सकेंगे।बरुआसागर किले से झील के बीच में बने टापू तक रोपवे।
झांसी में पर्यटन को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए उक्त सुझाव इस अनुरोध के साथ प्रेषित हैं कि संबंधित को परीक्षण हेतु निर्देशित कर आवश्यक कार्यवाही कराने की कृपा करें, जिससे सरकार का विजन फलीभूत हो। साथ ही राज्य की जी.डी.पी. बढ़ाने में मदद मिल सके।