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291122रैनबसेरों की व्यवस्था के लिए सभी तैयारियां समय से पूर्ण करने के निर्देश

ByNeeraj sahu

Oct 17, 2024

शीत ऋतु के मद्देनजर जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने रैनबसेरों व अलाव के सम्बंध में दिए महत्वपूर्ण निर्देश*

*रैनबसेरों की व्यवस्था के लिए सभी तैयारियां समय से पूर्ण करने के निर्देश*

*शीत ऋतु के मद्देनजर जिलाधिकारी के कड़े निर्देश, किसी भी दशा में निराश्रित लोगो को नही दिया जाए खुले में सोना, पहुंचाए उनको नज़दीकी रैनबसेरे में*

*जिलाधिकारी की अनूठी पहल, रैनबसेरों में अब जरूरतमन्दों को मिलेगा खाना, कपड़ा और रहने का स्थान*

*ज़रूरतमंदों की मदद के लिए शहर के हर ब्लाक हर तहसील में बनेगा कपड़ा बैंक*

*ज़रूरतमन्दों को शीत लहर से बचाने के लिए ज़िलाधिकारी ने शुरू की मुहीम, आम जनमानस 10-10 पुराने कपड़ो का करें दान*

*प्रोजेक्ट साइटों पर कार्य करने वाले माइग्रेटेड लेबरों के रहन सहन की व्यवस्था करने जिम्मेदारी होगी कार्यदायी संस्थाओ की, प्रोजेक्ट साइटों की कार्यदायी संस्थाओ को अपने लेबरों की रहने आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करके देना होगा प्रमाण पत्र*

*हर पुलिस चौकी और डायल 112 को लिंक किया जाए रैनबसेरों से*

शीत ऋतु के मद्देनजर जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने रैनबसेरों व अलाव के सम्बंध में दिए महत्वपूर्ण निर्देश।
जिलाधिकारी श्री रविंद्र कुमार द्वारा बताया गया कि शीत ऋतु दृष्टिगत अस्थाई रूप से लोगो के रहने की व्यवस्था तथा अलाव जलाने के लिए लकड़ी की व्यवस्था को अभी से सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में तहसीलवार और नगरीय क्षेत्रों में जोनवार अलाव जलाने वाली लकड़ी का पर्याप्त स्टॉक सुनिश्चित किया जाए, साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में जरूरतमंद लोगों के लिए गोबर के उपलों की भी व्यवस्था को सुनिश्चित किया जाए। जिसके लिए गौ आश्रय केंद्रों से समन्वय करते हुए ज़रूरतमन्द लोगो को जलाने के लिए उपले भी उपलब्ध कराए जाएं।
ज़िलाधिकारी द्वारा समस्त उप ज़िलाधिकारियों को तहसील क्षेत्र में स्थाई व अस्थाई रैनबसेरों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए। उक्त के साथ ही जनपद में पर्याप्त रैनबसेरों की व्यवस्था के उद्देश्य से निर्देश दिया गया कि रैनबसेरों के लिए नये भवनों को चिन्हित किया जाए। हो सके तो पुराने सरकारी भवनों में भी रैनबसेरों की व्यवस्था को सुनिश्चित किया जाए। साथ ही निर्देश दिया कि भवन का चिन्हांकन करते समय भवन की अवस्था भवन जर्जर तो नही है एवं खान पान, पानी व शौचालय आदि की व्यवस्था को विशेष रूप से सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने बताया कि प्रायः देखा जाता है कि बहुत सारे लोग रैन बसेरों की जानकारी के अभाव में भी मजबूरी में सड़कों पर सोते है। जिसके लिए उन्होंने सभी प्रशासनिक अधिकारियो और नगर निगम को निर्देश दिया कि वह रैन बसेरों की सूची क्षेत्र की दुकानों, होटलों और थानों पर चस्पा करें। उक्त के साथ ही समस्त रैनबसेरों की सूची मोबाईल नम्बर सहित जनपद की वेबसाइट पर भी अपलोड करना सुनिश्चित की जाए। रैनबसेरों की देख रेख के लिए एक-एक व्यक्ति की नियुक्ति प्रत्येक रैनबसेरे में सुनिश्चित की जाए।
ज़िलाधिकारी निर्देश देते हुए कहा कि प्रोजेक्ट साइटों पर प्रायः बाहर से माइग्रेटेड लेबर लाकर कार्य कराया जाता है। परंतु उनके रहन सहन की व्यवस्था नही की जाती है। जिसके सम्बन्ध में ज़िलाधिकारी द्वारा निर्देश दिए गए कि ऐसे सभी प्रोजेक्ट साइट अपने लेबरों के रहने, खान पान और सर्दी से बचाने के लिए सभी व्यवस्थाए तत्काल सुनिश्चित कराए। लेबरों के रहन-सहन की व्यवस्था करना कार्यदायी संस्था की जिम्मेदारी होगी। सभी ईट भट्टे/प्रोजेक्ट साइट यह प्रमाण पत्र देगी के उनके द्वारा लेबरों के रहन सहन की पूरी व्यवस्था की गई है।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि रैनबसेरों में कम्युनिटी किचन व अक्षय पात्र के माध्यम से भोजन उपलब्ध कराना सुनिश्चित कराया जाए। उक्त के साथ ही अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व को निर्देश दिया कि शाम 6 बजे से सुबह 8 बजे तक कंट्रोल रूम की स्थापना की जाए ताकि आमजनमानस द्वारा निराश्रित लोगो को रैनबसेरों में पहुंचाया जा सके। ज़रूरतमन्दों को शीत लहर से बचाने के लिए ज़िलाधिकारी ने आम जनमानस से अपील करते हुए कहा कि 10-10 पुराने कपड़ो का करें कपड़ा बैंको दान करें। उन्होंने बताया कि इस पुनीत कार्य की शुरुआत हमारे समस्त शासकीय अधिकारियों व कर्मचारियों के द्वारा की जाएगी।
शीत ऋतु के मद्देनजर जिलाधिकारी रविंद्र कुमार द्वारा कड़े निर्देश दिए गए कि निराश्रित लोगो को किसी भी दशा में सड़क पर या खुले में नही सोने दिया जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि हर चौकी और डायल 112 को स्थाई एवं अस्थाई रैनबसेरों से लिंक किया जाए ताकि कोई अगर खुले में सोता मिले तो उसको तत्काल रैनबसेरे में पहुँचाया जा सके। ज़िलाधिकारी द्वारा ज़रूरतमन्द लोगो को सर्दी से बचाने के लिए अनूठी पहल करते हुए हर तहसील व हर ब्लाक पर 1-1 कपड़ा बैंक बनाने के निर्देश दिए गए। उक्त के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में कोटेदारो के द्वारा भी दान में लोगो से कपड़े जमा कराने के निर्देश दिए गए। साथ ही नागरिक सुरक्षा के वालेंटियर्स के द्वारा भी अपने अपने क्षेत्रों में कपड़े दान देने के इच्छुक लोगो से कपड़े जमा करके कपड़ा बैंको में जमा कराने के भी निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि जनपद के समस्त एनजीओ, व्यापार मंडल एवं सभ्रांत लोगो के साथ बैठक की जाए और उनके सहयोग से रैन बसेरो में गद्दे चादर, खाने की व्यवस्था व पुराने/नए कपड़ो आदि की व्यवस्था को सुनिश्चित कराया जाए। जिलाधिकारी द्वारा जनपद के समस्त एनजीओ, व्यापारियों और सभ्रांत लोगो से अपील की गई के इस पुनीत कार्य मे अपना सहयोग प्रदान करे। सभी लोग यह सुनिश्चित करे कि कोई भी व्यक्ति खुले में सोने को मजबूर न हो। जिलाधिकारी ने बताया यह एक मानवीय पुनीत कार्य है, उन्होंने लोगो से अपील की के इस पुनीत कार्य मे अपना सहयोग दे और आगे आए । जिसके लिए जिलाधिकारी द्वारा व्यापारी, संस्था व दान देने वालो के लिए सिंगल विंडो व्यवस्था बनाए जाने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने जनपद के सभ्रांत लोगो और जनपद वासियो से भी यह अपील की कि वह अगर कही पर भी ऐसे खुले में लोगो को सोते हुए देखे तो उनको रैन बसेरों में पहुचानें में मदद करे। साथ ही जिलाधिकारी ने लोगो से यह भी अपील की है कि जो लोग खुले में सो रहे है उन लोगो को कम्बल आदि समाग्री देने के बजाए रैन बसेरों में जाकर जो भी दान स्वरूप देना चाहते है या कम्बल आदि वितरित करना चाहते है वह वहां दे। जिलाधिकारी ने बताया रैन बसेरों की कमी नही है और यदि आवश्यकता पड़ी तो शीतलहर को देखते हुए और रैन बसेरे खोले जाएंगे।