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डीएम ने MOIC को पढ़ाया पाठ, गर्भवती महिलाओं को कैसे रखा जाए स्वास्थ्य

ByNeeraj sahu

Oct 18, 2024

* डीएम ने MOIC को पढ़ाया पाठ, गर्भवती महिलाओं को कैसे रखा जाए स्वास्थ्य

** जिलाधिकारी ने हाई रिस्क प्रेग्नेंसी की इकाई वार समीक्षा में समस्त गर्भवती महिला को समय से अपडेट न किए जाने पर किया रोष व्यक्त

** एमओआईसी को लगाई फटकार, स्वास्थ्य सेवाओं में लाएं सुधार जाने हेतु सेंटर का निरीक्षण करते हुए फोटोग्राफ सहित आख्या प्रस्तुत करें

** सीएचसी मऊरानीपुर/ बामौर से रेफरल हुई गर्भवती महिलाओं की मृत्यु होने पर कारणों की ली जानकारी

** मेडिकल कालेज में विभिन्न एचओडी समिति बनाए जाने के निर्देश, गठित समिति एसओपी करेगी जारी

** आरबीएसके समीक्षा में विधान सभावार रोस्टर जन प्रतिनिधियों को उपलब्ध कराने के दिए निर्देश,ताकि सत्यापन किया जा सके

** जिलाधिकारी ने चिकित्सकों को दी नसीहत जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं दें, अस्पताल में मरीज का इलाज करें रिफर नहीं

** सीएचसी मऊरानीपुर कैम्पस से प्राइवेट एंबुलेंस हटाए जाने के दिए निर्देश

** अस्पतालों में एएनसी के अल्ट्रासाउंड के माध्यम से हाई रिस्क प्रेगनेंसी चिन्हित करते हुए मातृ मृत्यु दर में कमी लाए जाने के प्रयासों में तेजी लाए जाने निर्देश

आज विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी अविनाश कुमार की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति (डीएचएस) की बैठक हुई संपन्न।
जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने उपस्थित समस्त एमओआईसी जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देना सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा कि क्षेत्र के सेंटर का भ्रमण करना सुनिश्चित करें , उन्होंने ताकीद करते हुए कहा कि लापरवाही अथवा शिथिलता पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिए कि नवजात बच्चे एवं गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण और उनके स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देते हुए कार्य किया जाए तो स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा। जनपद में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर से और बेहतर बनाए जाने के प्रयासों में निरंतरता बनाए रखें।
जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि सरकार की मंशा है कि जनपद के प्रत्येक नागरिक सहित बच्चा एवं गर्भवती महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हों। उन्होंने कहा की जमीनी स्तर पर यदि गर्भवती महिलाओं का समुचित टीकाकरण एवं बच्चों के टीकाकरण पर अधिक फोकस किया जाए तो स्वास्थ्य सेवाओं में गुणात्मक सुधार होगा। उन्होंने उपस्थित समस्त चिकित्सकों को निर्देश देते हुए कहा कि मातृ मृत्यु दर में कमी ले जाने के प्रयासों में तेजी लाएं। उन्होंने जनपद में 02 मातृ मृत्यु दर के संबंध में संबंधित एमओआईसी से जानकारी प्राप्त की।
जिला स्वास्थ्य समिति बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी ने हाई रिस्क प्रेगनेंसी की समीक्षा करते हुए एक वर्ष में कुल पंजीकृत गर्भवती महिलाओं के सापेक्ष हाई रिस्क प्रेग्नेंसी की इकाई वार समीक्षा करते हुए समस्त गर्भवती महिलाओं को समय से अपडेट न किए जाने पर रोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अभी तक चिन्हित हाई रिस्क प्रेग्नेंट के उपलब्ध डाटा में स्पष्ट है कि एएनएम द्वारा भरे गए डाटा की गुणवत्ता की समीक्षा प्रॉपर नहीं की जा रही। उन्होंने कहा की समस्त हाई प्रेग्नेंसी का लक्षणों के दृष्टिगत उनके समय से उपचार/जांच एवं उच्च इकाई पर सुरक्षित प्रसव कराए जाने हेतु समस्त एमओआईसी को लिस्ट रखते हुए आशाओं एवं एएनएम के माध्यम से फॉलो अप करवाने के सख्त निर्देश दिए।
जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस पर गर्भवतियों महिलाओं का कम परीक्षण होने पर कड़ी फटकार लगाते हुए प्रत्येक गर्भवती महिला की एक बार अनिवार्य परीक्षण एमबीबीएस/स्त्री रोग विशेषज्ञ द्वारा समस्त प्रावधानिक जांच करवाए जाने हेतु निर्देशित किया। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि समस्त अपर/उप मुख्य चिकित्साधिकारी को ब्लॉक आवंटित करते हुए प्रत्येक सप्ताह चिन्हित हाई रिस्क प्रेग्नेंसी के चिह्नीकरण एवं दी जा रही सेवाओं की समीक्षा की जाए।
स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने जनपद की समस्त गर्भवती महिलाओं का शासन द्वारा पंजीकृत अल्ट्रासाउंड सेंटर पर निशुल्क अल्ट्रासाउण्ड कराए जाने के निर्देश दिए ताकि सुरक्षित प्रसव कराया जा सके। उन्होंने मातृ मृत्यु समीक्षा के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मऊरानीपुर एंव बामौर से संदर्भित गर्भवती महिलाओं के केसों में मृतक होने के कारणों की जानकारी ली और सभी मृतक महिलाओं की रिपोर्ट उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने मेडिकल कॉलेज में इमरजेंसी में मरीजों को समय से उपचार न। मिलने एवं अनावश्यक विलंब के दृष्टिगत मुख चिकित्सा अधिकारी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक मेडिकल कॉलेज एवं अन्य एचओडी की समिति बनाकर मरीजों के विभिन्न स्थिति के अनुसार एस0ओ0पी0 ( स्टैंडर्ड ऑफ़ प्रोसीजर) जारी किए जाने हेतु निर्देशित किया।
जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने आयुष्मान भारत योजना, परिवार कल्याण कार्यक्रम, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, राष्ट्रीय अंधता नियंत्रण कार्यक्रम, एंबुलेंस सेवा, राष्ट्रीय कुष्ठ रोग नियंत्रण कार्यक्रम तथा वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम की प्रगति और किए गए कार्यों की बिंदुवार समीक्षा की।
इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद, जॉइंट मजिस्ट्रेट  दीपक सिंहवाल,मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0सुधाकर पांडेय, सीएमएस जिला महिला अस्पताल डॉक्टर राजनारायण, एसीएमओ डॉ0राजीव भदौरिया, एसीएमओ डा.एन के जैन, डॉ0रवि शंकर, डॉ राम बाबू,डॉ0आरके गुप्ता, डीपीएम ऋषि राज, डब्ल्यूएचओ सुश्री जुही, डीएमसी आदित्य जयसवाल, डीसीओ रजनीश मिश्रा, वीसीसीएम गौरव वर्मा सहित समस्त एमओआईसी व अन्य चिकित्सक, विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।